बोकारो: झारखंड चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर से बुधवार को कैंप दो स्थित जिला समाहरणालय के समीप धरना दिया गया. अध्यक्षता बाल कृष्ण व संचालन रमेश मिश्र ने किया. वक्ताओं ने कहा : परिवार कल्याण विभाग में कार्यरत कर्मियों को सात माह से वेतन नहीं मिला है.
इनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. सरकार द्वारा प्रदत्त एसीपी, एमएसीपी की संपुष्टि व प्रोन्नति की कार्रवाई में जटिलता पैदा कर दी गयी है. इस कारण जिला कैडर व राज्य कैडर के कर्मियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. प्रोन्नति तो दूर की बात कर्मचारी को वार्षिक वेतन वृद्धि भी नहीं मिल पा रहा है. योग्यताधारी चतुर्थवर्गीय कर्मियों का तृतीय वर्ग में प्रोन्नति नहीं दी जा रही है.
एमपीडब्ल्यू की सेवा वापसी में भी विभाग उदासीन : कहा : एएनएम, परिचारिका ए श्रेणी, बीएससी नर्सिग की योग्यता प्राप्त महिलाओं को उच्च पदों पर प्रोन्नति देकर पदस्थापित नहीं किया जा रहा है. एमपीडब्ल्यू की सेवा वापसी में विभाग उदासीन बना हुआ है. एनआरएचएम में कार्यरत कर्मियों को न तो मानदेय बढ़ाया जा रहा है. न ही नियमित करने की कार्रवाई की जा रही है. एसीपी, एमएसीपी के नियमित नहीं होने के कारण सेवानिवृत्त कर्मियों को किसी तरह का लाभ नहीं मिल रहा है. आठ जुलाई 2013 को प्रदर्शन के माध्यम से संघ ने वार्ता भी की थी. सभी लंबित मांगों पर जल्द ही सुलझाने का वादा किया गया था. पर आज तक कुछ नहीं हो पाया. अब संघ इन समस्याओं को बरदाश्त करने के मूड में नहीं है. धरना के बाद डीसी को सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया. मौके पर सुकुमार मरांडी, नारायण महतो, अजीत कुमार सिंह, शेखर कुमार, अजय प्रसाद, नीलम कुमारी, राम प्रवेश, चंद्रशेखर सिंह, मधुर गिरि, संजीव कुमार सहित अन्य मौजूद थे.