चंद्रपुरा: चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट में कोयले की कमी व पौंड से छाई की निकासी के मामले में आज भी कोई समाधान नहीं निकल सका. इससे स्थानीय प्रबंधन की परेशानी बढ़ गयी है. इस बाबत उपायुक्त ने बेरमो एसडीओ को उचित समाधान की पहल करने का निर्देश जरूर दिया. अब एसडीओ को इस मामले का समाधान निकालना है.
चंद्रपुरा को आज भी सीसीएल से कोयला नहीं मिला. कोयले की कमी से उसे प्लांट की यूनिटों को चलाना मुश्किल हो रहा है. फिलहाल इसकी तीन यूनिटें चल रही हैं. प्रबंधन की ओर से कहा गया कि कोयला की कमी के कारण नये प्लांट की सात नंबर यूनिट के उत्पादन में कमी की गयी है. इस यूनिट को कोयला नहीं मिल पा रहा है. 250 मेगावाट क्षमता वाली इस यूनिट से फिलहाल 170 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है.
देर-सबेर इस यूनिट को भी बंद करने के संकेत मिल रहे हैं. इधर सीटीपीएस के उत्पादन में आयी कमी को देखते हुए बीटीपीएस व कोडरमा की एक-एक यूनिट आज चालू कर दी गयी ताकि उत्पादन में आयी कमी की भरपाई हो सक़े देर शाम को बीटीपीएस की बंद पड़ी तीन नंबर यूनिट से 120 मेगावाट व कोडरमा की दो नंबर यूनिट से 200 मेगावाट उत्पादन किया जा रहा था. इन दोनों यूनिटों के उत्पादन में और बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है. चंद्रपुरा की तीन यूनिटों से आज समाचार लिखे जाने तक 360 मेगावाट उत्पादन हो रहा था.