रांची/बोकारो: सेल सिंदरी में स्टील प्लांट लगायेगा. इसके लिए स्टेज वन की स्वीकृति राज्य सरकार ने दे दी है. इसकी क्षमता 5.6 मिलियन टन होगी. स्टील प्लांट लगाने में सेल 25 हजार करोड़ खर्च करेगा. सेल के विस्तारीकरण से हर वर्ष तीन से चार हजारों लोगों को नौकरी मिलेगी. उक्त बातें सेल चेयरमैन सीएस वर्मा ने गुरुवार को कही. उन्होंने कहा कि विश्व में आर्थिक मंदी चल रही है.
विश्व में अभी महज 80 प्रतिशत ही स्टील का उत्पादन हो रहा है. भारतीय स्टील कंपनी इससे अछूती नहीं है. हालांकि अन्य देशों की अपेक्षा भारत में स्थिति बेहतर है. वर्ष 2013-14 में अप्रैल से अगस्त माह तक 33.3 मिलियन टन स्टील का उत्पादन हुआ है जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.9 प्रतिशत अधिक है.
श्री वर्मा ने कहा कि आइएसपी वर्णपुर और राउरकेला स्टील प्लांट में नया ब्लास्ट फर्नेस लगा है. राउरकेला स्टील प्लांट से उत्पादन शुरू हो गया है. जबकि वर्णपुर से उत्पादन दिसंबर तक शुरू होने की संभावना है. दोनों जगहों से उत्पादन शुरू होने से स्टील का उत्पादन 19.5 मिलियन टन हो जायेगा. उन्होंने कहा कि सेल दोनों प्लांटों के आधुनिकीकरण के लिए 48 हजार करोड़ खर्च कर चुका है. दोनों प्लांटों में कोक ओवेन, सिंटर प्लांट सहित अन्य उपकरण लगाये जा रहे हैं.
श्री वर्मा ने कहा कि विजन 2020-25 के तहत भारत में स्टील का उत्पादन 300 मिलियन टन करने का लक्ष्य रखा गया है. सेल ने 50 मिलियन टन उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए 90 मिलियन टन आयरन ओर की जरूरत पड़ेगी. सेल के पास 3000 मिलियन टन आयरन ओर है, जो अगले 30 वर्षो तक चलेगा.