बोकारो: बोकारो इस्पात प्रबंधन आस-पास के गांवों के युवा व महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा है. इसके लिए कई योजनाओं का सूत्रपात हुआ है. झारक्राफ्ट के माध्यम से महिलाओं को रेशम के धागे बनाना सिखाया जा रहा है.
स्टील फैब्रिकेशन में युवाओं को सहायता और मार्गदर्शन देने के लिए इंसडैग के माध्यम से एक आवासीय प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है. बोकारो के आस-पास के इलाके के नौजवानों के लिए बीएसएल आइटीआइ में 20 प्रतिशत स्थान आरक्षित किये गये हैं.
इन कोशिशों का मकसद है बोकारो के आस-पास के इलाके के युवाओं व महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होने में मदद देना, जो बोकारो के समग्र विकास का एक अहम् पहलू है. स्टील फैब्रिकेशन के प्रशिक्षण के बाद युवा स्वरोजगार करेंगे. इसमें कम-से-कम आठ लोगों को रोजगार मिलेगा. रेशम का धागा बनाना सीखने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकेंगी.