बोकारो: विद्यार्थियों में अच्छी अंगरेजी बोलने की आदत विकसित हो और उनका कम्यूनिकेशन स्किल्स का भी विकास हो. इस बात को ध्यान में रखकर सीबीएसइ ने अंगरेजी शिक्षण के लिए विश्व विख्यात ट्रिनिटी कॉलेज-लंदन के साथ मिल कर सीबीएसइ विद्यालयों के बच्चों व शिक्षकों के लिए कार्यशाला व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया […]
बोकारो: विद्यार्थियों में अच्छी अंगरेजी बोलने की आदत विकसित हो और उनका कम्यूनिकेशन स्किल्स का भी विकास हो. इस बात को ध्यान में रखकर सीबीएसइ ने अंगरेजी शिक्षण के लिए विश्व विख्यात ट्रिनिटी कॉलेज-लंदन के साथ मिल कर सीबीएसइ विद्यालयों के बच्चों व शिक्षकों के लिए कार्यशाला व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है.
इसी कड़ी में डीपीएस बोकारो में ट्रिनिटी कॉलेज-लंदन के तत्वावधान में ‘ग्रेडेड एग्जामिनेशन इन स्पोकेन इंगलिश’(जीइएसइ) कार्यशाला हुई. इसमें सुप्रसिद्घ शिक्षाविद् शीला जे कुरियन ने ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में स्पोकेन इंगलिश के महत्व को रेखांकित करते हुए ‘ग्रेडेड एग्जामिनेशन इन स्पोकेन इंगलिश’ विषय को प्रभावी ढंग से रखा. कहा : अच्छी स्पोकेन स्किल्स के लिए अधिक से अधिक पढ़ने की आदत होनी चाहिए. उन्होंने आज के दौर में अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल्स का होना बहुत जरूरी बताया. उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज-लंदन द्वारा आयोजित ‘जीइएसइ’ के विभिन्न चरणों के बारे में बताया. कहा : इस कोर्स को पूरा करने पर प्रमाण-पत्र दिया जाता है, जिसकी मान्यता वैश्विक स्तर पर है.
डीपीएस की निदेशक व प्राचार्या डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा : अच्छी अंगरेजी बोलना आज की जरूरत है, वहीं अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल्स की महत्ता भी सर्वविदित है. अच्छी बोलचाल की भाषा व कम्यूनिकेशन स्किल्स से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास आता है. बच्चों को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण व माहौल मिले, इसी को ध्यान में रखकर जीइएसइ कार्यशाला हुई.
विभिन्न क्लास के विद्यार्थी हुए शामिल : डीपीएस प्राइमरी इकाई में आयोजित कार्यशाला में क्लास 2 से 4 व डीपीएस सीनियर इकाई में आयोजित कार्यशाला में क्लास छह से आठ व 11 के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. कार्यशाला में डीपीएस की उप प्राचार्या परमजीत कौर, हेडमिस्ट्रेस ज्योत्सना रानी मुखर्जी, प्रतिमा सिन्हा, पी शैलजा जयाकुमार, डॉ मनीषा तिवारी, आभा शर्मा सहित सभी शिक्षक उपस्थित थे.