संवाददाता, बोकारो21 वर्ष पूर्व (एक नवंबर 1993) केरल से बोकारो आये जोश थॉमस ने जिस मुकाम को हासिल किया है, वाकई वह स्टूडेंट्स के लिए भी अनुकरणीय है. 1993 में एक नवंबर को उन्हें जीजीपीएस में बतौर अंगरेजी शिक्षक नियुक्ति मिली. इसके बाद वे लगातार एक के बाद एक सीढि़यां चढ़ते गये. किसान परिवार में जन्मे थॉमस का बचपन अर्थाभाव में बीता, लेकिन इसके बावजूद उन्हें बेहतरीन शिक्षा दिलाने में कभी कंजूसी नहीं की गयी.इन अवार्ड से हुए सम्मानित| एजुकेशनिस्ट ऑफ द इयर (अगस्त 2014)| आइडियल प्रिंसिपल अवार्ड (अक्तूबर 2014)| बेस्ट एजुकेशनिस्ट अवार्ड (नवंबर 2014)| स्टार ऑफ द एशिया अवार्ड (दिसंबर 2014)(अवॉर्ड विभिन्न संस्थानों की ओर से दिये गये हैं.)परिचयनाम-जोश थॉमसप्राचार्य, जीजीपीएस सेक्टर पांच, बोकारोपिता-स्व. थॉमस कोरामाता-एन्नमा थॉमसपत्नी बोकारो जेनरल अस्पताल में बतौर परिचर्या पदस्थापित हैं.निवासी-कडप्पलाटामटन, कोट्टायम, केरलशिक्षा – 10+2 केरल स्कूल – स्नातक, स्नातकोत्तर (अर्थशास्त्र) : इंदौर क्रिश्चन कॉलेज, इंदौर- स्नातकोत्तर (अंगरेजी लिटरेचर) : इंदौर क्रिश्चन कॉलेज, इंदौर- एलएलबी : एलएलबी कॉलेज, इंदौर- बीएड : अन्नामलई विश्वविद्यालय, अन्नामलई
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एक साल में चार अवार्ड
संवाददाता, बोकारो21 वर्ष पूर्व (एक नवंबर 1993) केरल से बोकारो आये जोश थॉमस ने जिस मुकाम को हासिल किया है, वाकई वह स्टूडेंट्स के लिए भी अनुकरणीय है. 1993 में एक नवंबर को उन्हें जीजीपीएस में बतौर अंगरेजी शिक्षक नियुक्ति मिली. इसके बाद वे लगातार एक के बाद एक सीढि़यां चढ़ते गये. किसान परिवार में […]
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