हिन्दी सिनेमा में अहम योगदान देने वाले फिल्मकार सत्यजीत रे का जन्मदिन आज 2 मई, 1921 को हुआ, रे के जन्मदिन को पर श्रद्धांजलि दी गई है. सत्यजीत को एक ऐसे फिल्मकार के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए भारतीय सिनेमा जगत को अंतराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान दिलाई.
सत्यजीत रे ने अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1943 मे ब्रिटिश एडवरटाइजमेंट कंपनी से बतौर जूनियर विजुलायजर से की. जानकारी मिली है कि 1950 मे सत्यजीत रे को लंदन जाने का मौका मिला जहां उन्होंने लगभग 99 अंग्रेजी फिल्में देख डाली. इसी दौरान उन्हें एक अंग्रेजी फिल्म ‘बाइसकिल थीव्स’ देखने का मौका मिला. फिल्म की कहानी से सत्यजीत रे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने फिल्मकार बनने का निश्चय कर लिया.
वर्ष 1955 मे प्रदर्शित फिल्म पाथेर पांचाली कोलकाता के सिनेमाघर मे लगभग 13 सप्ताह हाउसफुल रही. इस फिल्म को फ्रांस में प्रत्येक वर्ष होने वाली प्रतिष्ठित कांस फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट ह्यूमन डाक्यूमेंट का विशेष पुरस्कार भी दिया गया.
साल 1985 में सत्यजीत रे को हिंदी फिल्म उद्योग के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके अलावा उन्हें भारत रत्न की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है.