बोकारो: बोकारो जिले के आठ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय व अनाथ बच्चों के स्कूल इंद्रधनुष में शिक्षा का स्तर सुधारने की पहल बोकारो डीसी ने की. बोकारो डीसी उमाशंकर सिंह इसके लिए एक फेसबुक पेज लाँच करने वाले हैं. इसके के माध्यम से ऐसे लोगों का डाटा तैयार किया जायेगा, जो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय व इंद्रधनुष के बच्चों को पढ़ाने को इच्छुक हैं. 13 अगस्त को फेसबुक पेज लाँच होगा.
क्या है स्पीड
स्प्रैंडिंग एंड इंचैटिंग एजुकेशन स्पीड की सहायता से पढ़ाने के इच्छुक लोगों को स्कूल भेजने व लाने की व्यवस्था की जायेगी. डीसी का मानना है कि विभिन्न पब्लिक स्कूल व कोचिंग के शिक्षक अथवा अन्य इच्छुक अपनी सुविधा अनुसार अपना समय कस्तूरबा तथा इंद्रधनुष के बच्चों को पढ़ाने में देंगे, तो वहां की शिक्षा स्तर में न केवल सुधार लाया जा सकता है, बल्कि उन बच्चों को भी निजी स्कूलों की तरह शिक्षा दी जा सकेगी.
कैसे करें रजिस्ट्रेशन
इच्छुक व्यक्ति फेसबुक एकाउंट की सहायता से डीसी बोकारो सर्च करेंगे. जहां स्पीड नामक पेज मिलेगा, उक्त पेज पर एक वोलेन्टियर फॉर्म मिलेगा. फॉर्म में नाम, शैक्षणिक योग्यता, उम्र, विषय, अनुभव, मोबाइल नंबर, इ-मेल आइडी के अलावा अपना पहचान पत्र का विवरण भरना होगा. इसके अलावा वह अपना समय माह में कितनी बार तथा कब व किस कक्षा को पढ़ाने के लिए देंगे, उसका विवरण देना होगा. वहीं किस स्कूल में पढ़ाने में उन्हें सहूलियत है, उसकी जानकारी भी देनी होगी.
लगभग दो हजार बच्चों को मिलेगा लाभ
जिले में आठ कस्तूरबा स्कूल के लगभग 1700 छात्राओं के अलावा अनाथ बच्चों के लिए जरीडीह में चलने वाले इंद्रधनुष स्कूल के लगभग सौ बच्चों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. बोकारो के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने शहर के सभी पब्लिक स्कूल व कोचिंग के संचालकों को इस संबंध में पूर्व में पत्र लिखा था. पत्र के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद शहर के नामी गिरामी स्कूलों के शिक्षकों ने ग्रामीण इलाकों में स्थित कस्तूरबा तथा इंद्रधनुष स्कूल में पढ़ाने की इच्छा व्यक्त की है.