विनोद सिन्हा, चंद्रपुरा : गुजर रहे इस साल ने तेल बहने की घटना ने डीवीसी के चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट को एक बड़ा जख्म दे दिया़ 13-14 अक्तूबर को हुई इस घटना से बोकारो व धनबाद जिले में बहने वाली दामोदर नदी का पानी भी दूषित हो गया था. प्लांट में रेल द्वारा आये टैंकर (वैगन) व प्लांट के टैंक से बह कर निकले इस तेल से प्रबंधन को जहां आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. मामले में कई अधिकारियों पर कार्रवाई भी हुई़
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तेल बहाव की घटना ने दिया सीटीपीएस को बड़ा जख्म
विनोद सिन्हा, चंद्रपुरा : गुजर रहे इस साल ने तेल बहने की घटना ने डीवीसी के चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट को एक बड़ा जख्म दे दिया़ 13-14 अक्तूबर को हुई इस घटना से बोकारो व धनबाद जिले में बहने वाली दामोदर नदी का पानी भी दूषित हो गया था. प्लांट में रेल द्वारा आये टैंकर […]
साल के अंतिम दिनों में दो साल से बंद रेलवे रैक से इस प्लांट को कोयला मिलना शुरू हुआ, जो प्रबंधन के लिए अच्छी खबर बनी. काम से बैठाये गये ठेका मजदूरों को भी इसके कारण काम नसीब हुआ़ छह जून को चंद्रपुरा प्लांट-दुगदा रिसिविंग यार्ड रेलवे मार्ग में नवनिर्मित (विद्युतीकरण) लाइन को चार्ज कर एक उपलब्धि हासिल की गयी़ चार्ज करने के बाद इलेक्ट्रिकल इंजन (लोको) सफलता के साथ चल रही है़
पुराने प्लांट की तीन नंबर यूनिट इस साल भी रिटायर घोषित नहीं हुई़ इसके कारण ही प्लांट की एक, दो व तीन नंबर यूनिट के स्क्रैप की बिक्री की कार्रवाई पूरी नहीं की जा सकी़ इस साल कई अधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग भी की गयी़ मुख्यालय कोलकाता के कई बड़े अधिकारियों का दौरा भी इस प्लांट में हुआ़ प्लांट के दो अभियंताओं की सड़क दुर्घटना में मौत से कई दिनों तक प्लांट में दुख का माहौल रहा़
जारी रहा बिजली उत्पादन में उतार-चढ़ाव : सीटीपीएस के यूनिटों में आयी खराबी व ओवरवायलिंग के कारण उत्पादन में सालों भर उतार-चढ़ाव लगा रहा़ साल के शुरुआत में ही सात नंबर यूनिट काफी दिनों बंद रही़ फरवरी माह में इस यूनिट में ओवरवायलिंग का कार्य किया गया़ अगस्त में तकनीकी गड़बड़ी के कारण बंद हुई
सीटीपीएस प्लांट की आठ नंबर यूनिट में भी ओवरवायलिंग करायी गयी. इसके कारण यूनिट लगभग डेढ़ महीने तक बंद रही़ सितंबर में भी दोनों यूनिटों के एक साथ ट्रीप होने की घटना घटी़ 92 प्रतिशत पीएलएफ पर चल कर यहां की यूनिटों ने उपलब्धि भी हासिल की़
विभिन्न मांगों को लेकर हुए आंदोलन : पुराने प्लांट के बंद होने से काम से बैठाये गये ठेका मजदूरों ने काम पर रखने की मांग को लेकर इस साल भी आंदोलन किया़
कुछ ठेका मजदूरों को काम भी मिला़ इसके अलावा पे रिविजन, कर्मियों की प्रोन्नति, एनपीपी को लेकर डीवीसी की यूनियनें कामगार संघ, श्रमिक यूनियन, स्टाफ एसोसिएशन, कर्मचारी संघ, मजदूर यूनियन, बीएमएस व एचएमकेपी ने आंदोलन भी किये. पावर प्लांटों के ओएंडएम कार्य को एनटीपीसी व बेरमो माइंस को सीसीएल को देने का विरोध भी यूनियनों ने किया़ सीटीपीएस प्रबंधन ने डीवीसी आवासीय कॉलोनी में क्वार्टरों में कब्जा करने वाले व बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया.
इस मामले में कई लोगों को जेल भी भेजा गया. दर्जनों क्वार्टरों को कब्जा मुक्त कराया गया़ ऑपरेशन के क्रम में ही डीजीएम को ट्रांसफर कर दिया गया. प्लांट के उप मुख्य अभियंता सुभाष सिंह को डीजीएम का प्रभार मिला, मगर साल के अंत में उन्हें इस पद से मुक्त करते हुए बड़ी जिम्मेवारी सौंपी गयी़
नहीं शुरू हो पाया एफजीडी प्लांट का निर्माण कार्य : चंद्रपुरा प्लांट में प्रस्तावित फ्ल्यू-गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) प्लांट निर्माण का कार्य शुरु नहीं हो सका़ झरनाडीह में लगने वाले इस प्लांट के लिए जमीन सर्वे सहित क्वार्टर हटाने से संबंधित नोटिस भी जारी की जा चुकी है़ अधिकारियों के अनुसार 2022 के मध्य तक निर्माण कार्य पूरा कर लेना है. सीसीएल द्वारा खाली कोयला खदानों को उपलब्ध नहीं कराने से जनवरी के अंतिम सप्ताह में ऐश पौंड से छाई का उठाव बंद हो गया.
हालांकि मई माह में उत्सर्जित छाई का उठाव नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ने बन रही सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए शुरू किया. मगर छह माह के अंदर यह काम बिल का भुगतान नहीं होने के कारण संबंधित संवेदकों को बंद कर देना पड़ा़ इस वर्ष सीटीपीएस की टीम ने ऑल वैली फुटबॉल टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया.
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