बोकारो: प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार जिला में स्थित जांच घरों की अल्ट्रा साउंड मशीनों की जांच शुरू कर दी गयी है. अब तक कुल 16 मशीनों की जांच सीएस कार्यालय की टीम द्वारा की गयी है और लगभग 40 मशीनों की जांच अभी होनी है.
जांच करने वाली टीम के सदस्य मशीन नंबर, मशीन की निबंधन तिथि, चिकित्सक की उपस्थिति, मौजूद प्रमाण पत्र सहित फॉर्म एफ की जानकारी ले रहे हैं. फ ॉर्म एफ प्रपत्र भरने में लापरवाही बरतने वाले जांच घर को विशेष हिदायत दी जा रही है. फॉर्म भरने व समझने में दिक्कत होने पर सिविल सजर्न कार्यालय से संपर्क करने का निर्देश दिया गया है.
क्या है फॉर्म एफ : फॉर्म एफ में अल्ट्रा साउंड जांच संचालक मरीज से जुड़ी जानकारियां भरते हैं. फॉर्म में सोनोग्राफी करने की स्थिति का भी जिक्र होता है. शरीर के किस भाग की सोनोग्राफी की गयी, इसकी जानकारी भी ली जा रही है ताकि मशीन के दुरुपयोग को रोका जा सके. साथ ही भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध की रोकथाम सक्रियता से की जा सके, इसकी जांच इस फॉर्म के माध्यम से सिविल सजर्न कार्यालय द्वारा की जाती है.
नर्सिग होम ऑन-लाइन नहीं दे रहे जानकारी
जिला में संचालित कई नर्सिग होम के संचालक स्वास्थ्य विभाग के आदेश को नहीं मान रहे हैं. पहले भी उपायुक्त अरवा राजकमल ने सेक्टर पांच स्थित आइएमए भवन में बैठक की थी, जिसमें सभी नर्सिग होम संचालकों को ऑन-लाइन सूचना देने को कहा गया था. बीमार मरीज, टीका करण, शिशु जन्म-मृत्यु की जानकारी ऑन लाइन प्रकाशित की जानी थी. स्वास्थ्य विभाग को भी इसके लिए चुस्त रहने को कहा था, लेकिन योजना साकार नहीं हो सकी.
अल्ट्रा साउंड जांच घर चलाने वाले संचालकों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है. जहां तक नर्सिग होम संचालक द्वारा ऑन लाइन सूचना उपलब्ध कराने की बात है, तो कुछ इसका पालन कर रहे हैं और कुछ नहीं कर रहे हैं. मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. सभी संचालकों को सूचनाएं दी जा चुकी है. डॉ एसबीपी सिंह, सिविल सजर्न, बोकारो.