बोकारो: धरती का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. ग्लेशियर पिघल रहे है. ओजोन परत की स्थिति गड़बड़ हो गयी है. इसके बाद भी हम नहीं समझ रहे हैं. हमें पर्यावरण को संतुलन करने की दिशा में लगातार संघर्ष करना होगा.
पेड़-पौधे का संरक्षण व पौधरोपण अभियान नियमित चलाना होगा. संकल्प व दृढ़ इच्छा शक्ति से ही हम पुन: पर्यावरण के स्तर सुधार पायेंगे. यह बातें सिटी कॉलेज में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में पर्यावरणविदों व शिक्षाविदों ने कही. संगोष्ठी का विषय था ‘पर्यावरण संरक्षण एवं सत्त विकास’.
धरती ने बताया खुद का दर्द : 10 मिनट की लघु नाटिका के दौरान मनीष, प्रिया, जेबा, रेखा, अमन, एतवा व गौतम ने पृथ्वी की दशा को बताया. 1970 की हरी-भरी धरती, 2014 में प्रदूषण से घिरी धरती व 2050 में दम तोड़ती धरती की कहानी ने लोगों को पर्यावरण सुरक्षा की जिम्मेवारियों से अवगत कराया. डोली सलूजा ने स्पीच, प्रीति किस्कू ने कविता, परिणीता ने गीत सहित अन्य लोगों ने अपने तरीके से पर्यावरण की महत्ता को बताया.
अतिथि हुए सम्मानित : अध्यक्षता प्राचार्य डॉ एसके शर्मा व संचालन सदफ रेहाना व शिप्रा कुमारी ने संयुक्त रूप से किया. उद्घाटन डीएफओ कुमार मनीष अरविंद, डॉ एसके शर्मा, डीइओ राजीव लोचन, डॉ एसपी शर्मा, प्रो पीएल वर्णवाल, डॉ अंजना वर्मा, शशिभूषण, डॉ डीपी कुंवर ने संयुक्त रूप से किया. संगोष्ठी समाप्ति के बाद कॉलेज प्रांगण में पौध रोपण किया गया. साथ ही अतिथियों को प्रतीक चिह्न् देकर सम्मानित किया गया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ डीपी कुंवर ने किया.
ये थे मौजूद : मौके पर पी पांडेय, डॉ अब्दुला, प्रो विजय प्रकाश, प्रो शेखर पांडेय, प्रो एकरामुल हक, प्रो अमिता वर्मा, प्रो आरके तिवारी, प्रो साहेब बहादुर, डॉ विवेकानंद सिंह, डॉ बीके सिंह, डॉ विनोद कुमार, प्रो नीतू कुमारी, प्रो अर्चना सिंह, प्रो महेंद्र एक्का, प्रो एतवा टूटी, प्रो आशा रानी, देवेंद्र कुमार, तृप्ति कुमारी, रूबी कुमारी, पवन तिवारी, जितेंद्र कुमार, मुकुल रवानी, मनीष कुमार, डोली सलूजा, जेबा अंजूम, गौतम प्रजापति सहित बीएड विद्यार्थी, एनसीसी कैडेट, खिलाड़ी आदि मौजूद थे.