बोकारो: बीएसएल के अधिकारियों का सीसीआर सोमवार को इंट्रानेट पर जारी किया गया. इसके तहत जूनियर मैनेजर से लेकर डीजीएम स्तर तक के 2300 अधिकारियों को चार तरह का ग्रेड दिया गया है. इनमें ‘ओ’ ग्रेड सर्वश्रेष्ठ को, ‘ए’ ग्रेड श्रेष्ठ को, ‘बी’ ग्रेड औसत को और ‘सी’ ग्रेड खराब को दिया गया है. मंगलवार को अधिकारियों के बीच दिन भर इसकी चर्चा होती रही.
12 जून तक अपील : ग्रेडिंग से असंतुष्ट अधिकारी 12 जून तक अपील कर सकते हैं. प्लांट के भीतर के अधिकारी इडी-वर्क्स, प्रोजेक्ट के अधिकारी इडी-प्रोजेक्ट, प्लांट के बाहर के अधिकारी इडी-पीएंडए के यहां ग्रेडिंग के विरुद्ध अपील कर सकते हैं. अपील पर कार्रवाई 13 जून से शुरू होगी. इसके लिए कमेटी गठित की गयी है. सुनवाई के बाद कमेटी अंतिम रूप से निर्णय लेगी. इस पूरी प्रक्रिया में 12 से 15 दिन का समय लगने की संभावना है.
2012 से हुई थी ग्रेडिंग की शुरुआत
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष जून माह में 30 तारीख तक अधिकारियों का प्रमोशन होता है. इसमें अधिकारियों को मिले ग्रेड भी आंके जाते हैं. सीसीआर पहले भी लिखा जाता था. पहले ग्रेडिंग का पता नहीं चलता था. पहले प्रबंधन पर कई तरह के आरोप भी लगते थे. इसी कारण पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से प्रबंधन ने 2012 से अधिकारियों का सीसीआर बीएसएल के इंट्रानेट पर जारी किया. इस तरह पहली बार अधिकारियों कर सीसीआर 2012 में बीएसएल के इंट्रानेट पर जारी हुआ. उस समय अपील की सुविधा नहीं थी. वर्ष 2013 से ग्रेडिंग के विरुद्ध अपील करने की सुविधा बहाल हुई.
2013 में 106 ने की थी अपील
वर्ष 2013 में ग्रेडिंग के विरुद्ध बीएसएल के 106 अधिकारी अपील में गये थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, इनमें से कई अधिकारियों की ग्रेडिंग अपील के बाद सुधरी भी थी. मंगलवार को भी अधिकारियों के बीच ग्रेडिंग को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही थी. कोई अपनी ग्रेडिंग से संतुष्ट नजर आया तो कई अधिकारी असंतुष्ट थे. असंतुष्ट अधिकारी अपील की तैयारी में जुटे हैं.