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मैटलिक कलर से चमकेगा भगवान जगन्नाथ का रथ
बोकारो : 14 जुलाई को प्रभु जगन्नाथ, भाई बलराम व बहन सुभद्रा की रथ यात्रा निकाली जायेगी. यात्रा के लिए रथ निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. इस बार रथ मैटालिक रंग से चमकेगा. हर बार साधारण रंग का इस्तेमाल होता था. रथ के लिए 40 लीटर रंग व 20 लीटर तारपीन का […]
बोकारो : 14 जुलाई को प्रभु जगन्नाथ, भाई बलराम व बहन सुभद्रा की रथ यात्रा निकाली जायेगी. यात्रा के लिए रथ निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. इस बार रथ मैटालिक रंग से चमकेगा. हर बार साधारण रंग का इस्तेमाल होता था. रथ के लिए 40 लीटर रंग व 20 लीटर तारपीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. रथ का गुंबद ओड़िशा के पुरी से मंगाया गया है.
नीले रंग के रथ में लाल गुंबद, होगा दशावतार का दर्शन : रथ का मुख्य प्रारूप नीला रंग का होगा. ग्रिल गोल्डन रंग का होगा. ग्रिल के ऊपरी परत में हरियाली दिखाने के लिए लताओं का चित्रण किया जा रहा है. वहीं मुख्य द्वार पर दरबान बनाया गया है. रथ के चारों ओर भगवान विष्णु के दशावतार का दर्शन होगा. रथ का गुंबद लाल रंग का होगा. गुंबद में कढ़ाई की कारीगरी देखने को मिलेगी. स्टोन वर्क व लरी वर्क से गुंबद दूर से ही चमक बिखेरेगा.
… ताकि ज्यादा लोग कर सकें सेवा : रथ को हर कोई खींचना चाहता है. इसे पुण्य कार्य भी माना गया है. इस भाव को सच साबित करने के लिए रथ के आगे-पीछे 125 फुट का रस्सा लगाया जायेगा. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग रथ यात्रा में सेवा दे सकें. रथ निर्माण व सजावट का काम पेंटर लक्ष्मण कुमार के नेतृत्व में किया जा रहा है. लक्ष्मण ने बताया : रथ में मिश्रित रंग के कपड़ा की कलाकारी नजर आयेगी.
लक्ष्मण ने बताया : पुरी से लाल व पीला रंग के कशीदाकारी कपड़ा मंगाया गया है.
कपड़ा में जड़ी-मोती का काम किया गया है. इससे रथ की खूबसूरती बढ़ जायेगी. फूल-माला से रथ के बाहरी दीवार को सजाया जायेगा. इससे रथ में ताजगी का अहसास होगा. कुछ आर्टिफिशियल फूल से भी रथ की सुंदरता बढ़ाने का प्रयास होगा. 20 दिन से रथ की मरम्मत का काम चल रहा है. रथ को सजाने के लिए किये हुए वस्त्र पुरी जिले के पिपली से मंगवाये गये हैं. वस्त्र सिलाई करने में ओड़िशा के कारीगर रंजीत घोष सहित सात लोग लगातार काम कर रहे हैं. ओड़िशा के भुवनेश्वर से भगवान जगन्नाथ का पट वस्त्र मंगवाया गया है. पुजारी हिमांशु ने बताया : प्रभु जगन्नाथ पीला कपड़ा, भाई बलराम सफेद व बहन सुभद्रा लाल कपड़ा में दर्शन देंगे.
छेरा पहरा के बाद रथ यात्रा : प्रभु जगन्नाथ 13 जुलाई को नव यौवन दर्शन देंगे. 13 जुलाई की सुबह मंगल आरती, दैनिक पूजा, गणपति हवन का कार्यक्रम होगा. इसके ठीक दूसरे दिन यानि 14 जुलाई को भगवान की अधिवास पूजा होगी. रथ पर ही छेरा पहरा की रस्म की जायेगी. दो बजे से रथ यात्रा शुरू होगी. यात्रा जगन्नाथ मंदिर-04 से निकल कर बीजीएच चौक, गांधी चौक, पत्थर कट्टा चौक होते हुए श्रीराम मंदिर-01 पहुंचेगी.
बहुदा यात्रा 22 को : प्रभु जगन्नाथ सात दिन मौसीबाड़ी (श्रीराम मंदिर-01) में रहेगी. इसके बाद 22 जुलाई को भगवान मौसीबाड़ी से वापस जगन्नाथ मंदिर-04 आयेंगे. वापसी बहुदा यात्रा के जरिये होगी. मौसीबाड़ी में हर दिन विशेष पूजा, भोग व संगीतमयी भजन का कार्यक्रम होगा. फिलहाल प्रभु जगन्नाथ के लिए फल का भोग लगाया जा रहा है.
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