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आम बागवानी योजना की सफलता लाभुकों पर निर्भर
बोकारो: मनरेगा के तहत आम बागवानी की योजना जिला का चार पंचायतों में शुरू हो गयी है. पेटरवार प्रखंड की दो पंचायतों में बागवानी लगभभग पूर्ण हो चुकी है. कसमार प्रखंड की दो पंचायतों में बागवानी का कार्य प्रगति पर है. जिला प्रशासन ने इस योजना के तहत बागवानी का लक्ष्य पूर्ण कर लिया है, […]
बोकारो: मनरेगा के तहत आम बागवानी की योजना जिला का चार पंचायतों में शुरू हो गयी है. पेटरवार प्रखंड की दो पंचायतों में बागवानी लगभभग पूर्ण हो चुकी है. कसमार प्रखंड की दो पंचायतों में बागवानी का कार्य प्रगति पर है. जिला प्रशासन ने इस योजना के तहत बागवानी का लक्ष्य पूर्ण कर लिया है, लेकिन इसकी सफलता पूरी तरह लाभुकों पर निर्भर है. अब तक जिला प्रशासन ने मनरेगा के तहत पेटरवार में लगभग नौ एकड़ व कसमार में सात एकड़ में आम का पौधा लगाया है.
लाभुक करेंगे देखभाल : आम बागवानी के लिए प्रशासन ने पौधरोपण तो करवा दिया, पर उसकी देखभाल आदि की जिम्मेदारी लाभुकों पर है. बागवानी के प्रति लाभुकों की जागरूकता से ही बागवानी का भविष्य तय हो सकेगा. अगर लाभुक बागवानी से उदासीन रहते हैं तो पौधे सूखकर मर जायेंगे. विभागीय पदाधिकारियों की मानें तो योजना की सफलता का पता लगभग तीन वर्ष बाद ही चल सकेगा. हालांकि जिला प्रशासन इस दिशा में सक्रिय है. किसानों को बागवानी के लाभ बताकर उन्हें इस दिशा में प्रेरित कर रहा है. सामान्य पौधों के बीच अन्य फसल व सब्जियां उगाने के लाभ बताये जा रहे हैं. लाभुकों को इस योजना से रूबरू कराने के लिए एक्सपोजर विजिट पर खूंटी ले जाया गया था.
राज्य के 14 जिलों में योजना : मनरेगा के तहत राज्य में यह योजना बोकारो समेत 14 जिलों में चल रही है. इस योजना के तहत कसमार प्रखंड के दो पंचायत मंजूरा का पुरनापानीव बगदा के डामरूगांड़ा शामिल है. पेटरवार प्रखंड के दो पंचायत में आम बागवानी की जा रही है. जिसमें उलगड्डा पंचायत शामिल है.कसमार में 2450 व पेटरवार में 798 आम पेड़ लगाने की योजना है. इसके तहत आम्रपाली व मलिका आम के पौधे लगाये जा रहे हैं. ये चार साल में फल देने लगेंगे.
क्या है योजना
बागवानी निजी भूमि पर मनरेगा के तहत : मनरेगा के तहत आम की बागवानी मुख्यत: लाभुकों की निजी भूमि पर होगी. इसमें बागवानी पर होने वाले खर्च जैसे पौधरोपण को ले गढ्ढा खुदाई, दवा का खर्च, दवा छिड़कने का खर्च, पानी देने का खर्च आदि का प्राक्कलन सभी खर्च सरकार के द्वारा मनरेगा के प्रावधानों के अनुसार वहन किया जायेगा़ इस योजना के तहत लाभुकों को 100 दिन का रोजगार भी देने का प्रावधान है.
मनरेगा के तहत आम बागवानी योजना पर कार्य चल रहा है. पेटरवार प्रखंड में पौधरोपण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है. कसमार प्रखंड में कार्य प्रगति पर है. इस वर्ष लगभग 16 एकड़ में ही आम की बागवानी की गयी है़ सफलता मिलने पर अगले वर्ष इसे बढ़ाया जा सकता है.
पंकज दूबे, नोडल पदाधिकारी, मनरेगा, बोकारो.
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