कमेटी ने कक्षा आठ में विद्यार्थियों के लिए आंतरिक मूल्यांकन कराने की बात कही है. वैसे विद्यार्थी जो आंतरिक मूल्यांकन में कक्षा नौ में प्रोन्नत करने लायक नहीं हो, उनके लिए चार माह की विशेष कोचिंग चलायी जाये. उल्लेखनीय है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत कक्षा आठ तक किसी भी बच्चे को फेल नहीं करना है.
ऐसे में कमेटी ने सरकार से यह अनुशंसा की है कि कमजोर विद्यार्थियों को कक्षा नौ में प्रोन्नत तो कर दिया जाये, पर उनके लिए सत्र के प्रारंभ में चार माह तक विशेष कोचिंग की व्यवस्था की जाये. इससे बच्चों का शैक्षणिक स्तर बेहतर होगा. कमेटी ने बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए स्कूलों में बायोमिट्रिक्स सिस्टम लगाने की अनुशंसा की है.