रांची: बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से पावर ग्लाइडर (साइनस) की सेवा शुक्रवार से शुरू हुई. नागर विमानन विभाग के अपर मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने उद्घाटन के बाद कहा कि पावर ग्लाइडर को स्लोवानिया से मंगाया गया है. यह ग्लाइडर अत्याधुनिक सुविधा से लैस है.
ग्लाइडर में दो लोगों के बैठने की सुविधा है. एक लीटर ईंधन में यह 100 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है. हवा में इंजन बंद करने के बाद भी ग्लाइडर घंटों उड़ान भर सकता है. इसमें ईंधन का खर्च नहीं होगा. यह ग्लाइडर पानी से टेक ओवर और लैंडिंग कर सकता है.
श्री चक्रवर्ती ने बताया कि भारत सरकार के नागर विमानन सचिव केएन श्रीवास्तव की पहल पर झारखंड में दो पावर ग्लाइडर उपहार स्वरूप उपलब्ध कराये गये हैं. इसकी कीमत 1.6 करोड़ रुपये है. ग्लाइडर को करनाल में असेंबल किया गया. इसे लेकर कैप्टन एसपी सिन्हा व कैप्टन अनिल गिल मेरठ, अलीगढ़, कानपुर, बनारस होते हुए रांची पहुंचे. विमान की रफ्तार 132 माइल प्रति घंटा है. विमान कहीं भी उतर सकता है, इसके लिए सौ मीटर क्षेत्रफल की जरूरत पड़ती है.
ग्लाइडर लाने का उद्देश्य
सजल चक्रवर्ती ने बताया कि ग्लाइडर का उपयोग निगरानी, पुष्प वर्षा, पर्यटन, फोटोग्राफी के लिए किया जा सकता है. लोगों को विमानन क्षेत्र में आकर्षित करने के लिए ग्लाइडर की सेवा शुरू की गयी है. इच्छुक लोग ग्लाइडर में बैठ कर शहर का अवलोकन कर सकते है. अभी विभाग द्वारा 1400 रुपया प्रति घंटा के हिसाब से चार्ज किया जायेगा. इसकी दर में कमी लाने के लिए वह वन व प्रदूषण विभाग से बात करेंगे.
पूरी तरह सुरक्षित है पावर ग्लाइडर
श्री चक्रवर्ती ने बताया कि ग्लाइडर में यात्र करना पूरी तरह से सुरक्षित है. ग्लाइडर का कॉकपिट बुलेट प्रूफ है. इसके तीन तरफ शीशा लगा हुआ है. ग्लाइडर का इंजन एफ-16, एफ-18 व यूरो फिटर की तरह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इंजन फेल होने के बाद भी ग्लाइडर आसानी से जमीन पर उतर सकता है. ग्लाइडर में टीवी स्क्रीन लगा हुआ है जिसमें तापमान, हवा का दबाव, ईंधन की उपलब्धता सहित अन्य जानकारी दी जाती है.
पुणो के बाद झारखंड देश में दूसरा राज्य
पुणो के बाद झारखंड देश का दूसरा राज्य है, जहां ग्लाइडर की सुविधा है. श्री चक्रवर्ती ने बताया कि पुणो में एक ग्लाइडर है. झारखंड में दो ग्लाइडर की सुविधा लोगों को मिलेगी. उनका प्रयास होगा कि झारखंड सेंटर अंतरराष्ट्रीय मानक का हो. उन्होंने कहा कि जल्द ही झारखंड के देवघर में एक और सेंटर खोला जायेगा.