स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि एजाज को गोली भी मारी गयी है. पुलिस जब पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाने का प्रयास करने लगी, तब ग्रामीणों ने शव को उठाने नहीं दिया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. वे हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. एजाज अंसारी पेंटर का काम करता था. वह सोमवार की सुबह अपनी साइकिल लेकर घर से निकला था. उसके बाद घर वापस नहीं आया. उसकी साइकिल भी शव के पास पड़ी हुई थी. एजाज के छह बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और चार बेटियां हैं. ग्रामीणों ने मंगलवार की दोपहर एक बजे से लेकर शाम 5.30 बजे तक सड़क जाम रखी. जाम की सूचना मिलने पर सिटी एसपी किशोर कौशल, हटिया एएसपी सुजाता कुमारी, जगन्नाथपुर, अरगोड़ा थाना प्रभारी सहित भारी संख्या में पुलिस बल एवं पीसीआर गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची. जाम कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस की बात मानने से इनकार कर दिया.
स्थानीय लोगों ने कहा कि आये दिन सीठियो वालों के साथ मारपीट की जाती है. बगल में टीओपी है, लेकिन पुलिस कुछ नहीं करती है. इसकी शिकायत सुन कर सिटी एसपी ने ग्रामीणों को कहा कि मामले की जांच करा कर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. जाम स्थल पर बाल श्रम आयोग की अध्यक्ष आरती कुजुर, सुंदरी तिर्की, अंतु तिर्की, पंचायत सदस्य अमानुल्लाह सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस को मांग पत्र सौंपा. जिसमें लिखा है कि एजाज के हत्यारों को 48 घंटे में गिरफ्तार करें, मृतक के परिवार को 10 लाख मुआवजा एवं आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाये. सिटी एसपी द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिये जाने पर 5.30 बजे के बाद जाम हटाया गया. इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम से घटनास्थल की जांच करायी. पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि एजाज का संबंध एक महिला के साथ भी रहा है. उस महिला की वजह से एजाज की हत्या तो नहीं हुई, पुलिस इस दिशा में भी जानकारी एकत्र कर रही है. पुलिस के अनुसार एजाज की हत्या चाकू मार कर की गयी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि एजाज को गोली लगी थी या नहीं.