रांची: राजधानी में इन दिनों वाट्सएप पर बड़े पैमाने पर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है. गिरोह में राजधानी के ही करीब सात हाई प्रोफाइल लोग शामिल हैं. गिरोह में शामिल एक युवक पूर्व से पुलिस का करीबी रहा है. वह पूर्व में फोन के जरिये ही बाहरी राज्य की युवतियों को रांची मंगवा कर सप्लाई किया करता था. उसके मोबाइल नंबर की जांच कुछ वर्ष पूर्व पुलिस ने की थी.
तब पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि वह राजधानी के कई वीआइपी लोगों के पास लड़कियां सप्लाई करता है. आगे जांच होने से कई बड़े चेहरे सामने आ सकते थे. इसलिए पुलिस ने मामले में आगे जांच नहीं की थी. इस वजह से अब गिरोह के सदस्य फोन पर आपस में बात तक नहीं करते हैं. सिर्फ वाट्एसप के जरिये चैटिंग कर एक-दूसरे से संपर्क करते हैं, ताकि वे पुलिस से बच सकें.
गिरोह में शामिल लोगों के नेटवर्क में कोलकाता, मुंबई, ओड़िशा और रांची की युवतियां शामिल हैं. रैकेट चलानेवाले गिरोह में शामिल लोग पहले वाट्सएप के जरिये राजधानी के हाई प्रोफाइल लोगों से संपर्क करते हैं. इसके बाद उनके पास लड़कियां भेजते हैं. रैकेट में शामिल लोग एक लड़की के लिए न्यूनतम दो हजार से लेकर पांच हजार रुपये तक लेते हैं. बाहर राज्यों की कुछ लड़कियां, जो मॉडलिंग के पेशे से भी जुड़ी हैं, उनके लिए 25 हजार रुपये तक लिये जाते हैं.
कैसे काम करता है गिरोह : गिरोह मेें शामिल लोग सबसे पहले वाट्सएप के जरिये अपने कस्टमर के पास युवतियों का फोटो भेजते हैं. एक साथ दो से तीन युवतियों का फोटो भेजा जाता है. वाट्सएप पर ही कस्टमर युवती का फोटो पसंद कर रेट तय करता है. युवती को कहां भेजना है, यह जानकारी वाट्सएप पर ही कस्टमर रैकेट में शामिल व्यक्ति को देता है. इसके बाद लड़की को कार से संबंधित स्थान पर भेज दिया जाता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवतियों को क्लब, होटल और फ्लैट में भेजा जाता है. गिरोह से राजधानी के कुछ बड़े होटल में काम करनेवाले युवक भी जुड़े हैं. वे होटल में बाहर से ठहरने आये लोगों को उनकी जरूरत के अनुसार युवती के बारे में जानकारी देते हैं. इसके बाद गिरोह में शामिल लोगों के साथ वाट्सएप पर ही संपर्क कर होटल में युवतियों को मंगवाया जाता है. इसके लिए होटल में काम करनेवाले युवक को गिरोह के लोग कमीशन भी देते हैं.