रांची. गिरिडीह के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पारसनाथ इलाके में डालमिया पथ पर पुलिस को फंसाने और बड़ा नुकसान पहुंचाने की योजना नक्सलियों ने बना रखी है. गिरिडीह के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 27 जनवरी की विस्फोट की घटना के बाद घटनास्थल की पड़ताल के बाद यह पता चला है कि डालमिया पथ पर करीब 100 मीटर में 47 लैंड माइन (पाइप बम) जमीन के नीचे गाड़ कर फीट किये गये थे.
उस रास्ते से पुलिस की तीन टुकड़ी चल रही थी. पहली टुकड़ी सुरक्षित निकल गयी थी और दूसरी टुकड़ी उस स्थान को पार कर रही थी, जहां लैंड माइन लगे हुए थे.
एक टुकड़ी पीछे थी. बीच वाली लैंड माइन के दायरे में करीब 50 मीटर गयी थी, तभी सीरिज में ब्लास्ट शुरू हो गया. इसकी चपेट में आने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गयी और 16 जवान घायल हो गये. नक्सलियों ने जिन चार लोगों का अपहरण किया था, उनके मोबाइल को बंद नहीं कराया था. सभी के मोबाइल खुले थे. नक्सली मोबाइल के जरिये पुलिस को लोकेशन की जानकारी दे रहे थे, ताकि पुलिस उसी दिशा में आये, जहां नक्सली उन्हें बुलाना चाहते हैं.