रांची: एटूजेड की समय सीमा खत्म होने व रांची नगर निगम के सुस्त रवैये से शहर में सफाई व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो गयी है. इसे लेकर बुधवार को निगम के सीइओ मनोज कुमार ने निगम के स्वास्थ्य पदाधिकारी अजय मांझी व सभी जमादारों के साथ बैठक की.
उन्होंने जमादारों को निर्देश दिया कि हर वार्ड से वैसे लोगों से संपर्क किया जाये, जो शहर में साफ सफाई करने को इच्छुक हैं. बेरोजगार भी चाहें, तो साफ-सफाई का काम संभाल सकते हैं. निगम इन सभी के वेतन का भुगतान संबंधित वार्ड कार्यालय में कैंप लगा कर करें. श्री कुमार ने कहा कि तीन दिनों के अंदर शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह पटरी पर आ जायेगी. उन्होंने एटूजेड में कार्यरत कर्मचारियों को भी निगम में समायोजित करने का निर्देश दिया.
हैदराबाद जायेंगे : राजधानी की सफाई व्यवस्था भविष्य में हैदराबाद की तर्ज पर की जायेगी. हैदराबाद में कचरे का उठाव व उसके डिस्पोजल की प्रक्रिया को देखने के लिए निगम के उप नगर आयुक्त ओमप्रकाश सात जनवरी को हैदराबाद जायेंगे. वहां की सफाई व्यवस्था को देखते हुए राजधानी में भी आरएफपी तैयार किया जायेगा. इसके बाद ग्लोबल टेंडर निकाला जायेगा.