– नवनीत तीन दिन के रिमांड पर
हजारीबाग : हथियार चोरी के आरोप में स्पेशल ब्रांच के सिपाही और मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल के बॉडीगॉर्ड नवनीत तिवारी को पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है. पुलिस ने मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया. साथ ही अदालत से सात दिन के रिमांड की मांग की. हालांकि अदालत ने नवनीत को तीन दिन के रिमांड पर ही देने का फैसला सुनाया. कोर्ट के आदेश के बाद सदर थाना प्रभारी हजारीबाग के जेपी केंद्रीय कारा गये. शाम करीब छह बजे पुलिस ने उसे रिमांड पर ले लिया. कोर्ट ने मामले से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए नवनीत का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति भी दे दी है. इसके लिए उसे अहमदाबाद ले जाया जायेगा.
* पिस्तौल और 35 गोलियों की तलाश जारी
हजारीबाग के एसपी मनोज कौशिक ने बताया : सिपाही नवनीत को रिमांड पर लेने के बाद उससे हथियार चोरी के मामले में आगे की जानकारी हासिल की जायेगी. फिलहाल अभी कोई नयी जानकारी नहीं मिली है. पुलिस को अब भी नवनीत तिवारी की पिस्तौल और 35 गोलियों की तलाश है. उन्होंने बताया : नवनीत के नार्को टेस्ट को लेकर अहमदाबाद स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से संपर्क किया गया है. लेबोरेटरी से इससे संबंधित कागजात आने के बाद नवनीत को टेस्ट के लिए जेल से ही अहमदाबाद ले जाया जायेगा.
* सोमवार को हुई थी गिरफ्तारी : 23 नवंबर की रात मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल के बॉडीगॉर्ड से दो एके -47, 150 गोलियां और एक पिस्तौल व उसकी 35 गोलियां पीएचइडी के गेस्ट हाउस से चोरी हो गयी थी. मामले में पुलिस ने बॉडीगॉर्ड नवनीत तिवारी को 25 नवंबर को हिरासत में लिया था. उससे लगातार पूछताछ की जा रही थी. सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. मामले में सदर थाने में कांड संख्या-905/13 दर्ज है. पुलिस मंत्री के दो अन्य बॉडीगॉर्ड और दो निजी चालकों से भी पूछताछ कर रही थी. हालांकि बाद में चारों को छोड़ दिया गया. जिन बॉडीगॉर्ड के हथियार चोरी हुए हैं, उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
* मैं इस्तीफा देकर जाता पुलिस के पास : राजेंद्र सिंह
वित्त मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा है कि किसी भी मंत्री से बिना विधानसभा अध्यक्ष के आदेश के पूछताछ नहीं की जा सकती है. मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल से बिना स्पीकर की अनुमति के पूछताछ की गयी, जो गलत है. उन्होंने कहा : अगर पुलिस मुङो बुलाती, तो मैं पहले इस्तीफा देता, उसके बाद बातचीत करने पुलिस के पास जाता.
– लीपापोती की तैयारी!
खबर है कि हथियार चोरी मामले की लीपापोती करने की तैयारी कर ली गयी है. यह भी खबर है कि मामले में शामिल दूसरे लोगों को बचाने के लिए सारा दोष स्पेशल ब्रांच के सिपाही नवनीत तिवारी पर ही लगाया जायेगा. सूत्रों के अनुसार, नवनीत को तरह-तरह का प्रलोभन देकर इसके लिए तैयार कर लिया गया है. बताया जाता है कि इस पूरे प्रकरण में एक नयी कहानी गढ़ी जायेगी, जिसके अनुसार नवनीत यह बयान देगा कि उसकी पिस्तौल खो गयी थी. गोलियों को उसने कहीं फेंक दी. दोनों एके -47 की उसी ने चोरी की थी. बाद में दोनों हथियार को उसने पास में ही गाड़ दिया था, जिसे बरामद करवाया. इस पूरी घटना में कोई दूसरा व्यक्ति शामिल नहीं है. बताया जाता है कि फिलहाल इस कहानी को सामने लाने के बाद उठनेवाले सवालों को लेकर पुलिस आशंकित है.
इस कारण दो दिसंबर को नवनीत को जेल भेज दिया, पर उसका स्वीकारोक्ति बयान अदालत को नहीं सौंपा गया. हथियारों की चोरी 23 नवंबर की रात हुई थी. 25 नवंबर को पुलिस ने नवनीत को हिरासत में लिया था. उसकी ही निशानदेही पर पुलिस ने 30 नवंबर को दो एके -47 और 150 गोलियां बरामद की थी. पर गिरफ्तारी के बाद उसके स्वीकारोक्ति बयान को दर्ज नहीं किया गया. पुलिस को इस बात की आशंका है कि मामले ने अधिक तूल पकड़ा, पुलिस के खिलाफ सवाल उठने लगे और मामले की जांच किसी दूसरी एजेंसी के पास चली गयी, तो आगे मुश्किल होगी.
– कोर्ट में पेशी, अहमदाबाद ले जाया जायेगा
– हजारीबाग पुलिस ने मांगा था सात दिनों का रिमांड
– सोमवार को हुई थी गिरफ्तारी
– 23 नवंबर को हुई थी मंत्री के बॉडीगार्ड के हथियारों की चोरी