रांची: पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दूसरे राज्यों को आलू की आपूर्ति रोके जाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने तत्काल मुख्य सचिव आरएस शर्मा को पश्चिम बंगाल सरकार से बात कर आलू की आपूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक गंभीर मसला है. बंगाल में […]
रांची: पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दूसरे राज्यों को आलू की आपूर्ति रोके जाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने तत्काल मुख्य सचिव आरएस शर्मा को पश्चिम बंगाल सरकार से बात कर आलू की आपूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक गंभीर मसला है. बंगाल में यादि आलू पैदा होता है, तो वहां की सरकार को यह ध्यान में रखना चाहिए कि झारखंड से भी हरी सब्जियां बंगाल जाती हैं. दोनों राज्य एक-दूसरे के पूरक हैं. इसलिए ऐसी कोई भी बात नहीं होनी चाहिए, जिससे दोनों राज्यों की जनता को परेशानी हो.
इधर, मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से इस मुद्दे पर टेलीफोन से बात की. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार की ओर से आलू की आपूर्ति रोकने का आदेश जारी नहीं हुआ है. फिर भी झारखंड में आलू की जरूरत पूरी हो, इस पर वह ध्यान रखेंगे.
गौरतलब है कि सफेद आलू पश्चिम बंगाल से झारखंड आता है. 20 दिन पूर्व इसकी कीमत जहां 10-12 रुपये प्रति किलोग्राम थी. वहीं वर्तमान में इसकी कीमत बढ़ कर 20-22 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी है. पिछले दिनों पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड में आलू की आपूर्ति पर रोक लगाने का आदेश दिया था. इसी वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है.