रांची: राजधानी रांची में फिलहाल बड़ी संख्या में लॉज संचालित हो रहे हैं. इन लॉज में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों एवं दूसरे शहरों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में आकर रह रहे हैं.
ज्यादातर लॉज बिना कायदे-कानून के संचालित हो रहे हैं, जिसका फायदा उठा कर असामाजिक तत्व तथा अपराधी प्रवृत्ति के लोग भी ठहर रहे हैं. लॉज संचालकों के लिए जरूरी है कि वे अपने यहां ठहरनेवाले विद्यार्थियों के संबंध में जानकारी पुलिस को दे, पर वे ऐसा नहीं कर रहे हैं.
प्रसाद ब्वायज हॉस्टल, थड़पखना जाकर बात करने पर पता चला कि वे अपने हॉस्टल में रह रहे विद्यार्थियों के पहचान पत्र और फोटो रखते हैं, पर इसकी जानकारी पुलिस को नहीं देते हैं. हालांकि, नगर निगम में हॉस्टल का पंजीयन कराया गया है. वर्धमान कंपाउंड स्थित संस्कार ब्वायज हॉस्टल के मैनेजर ने कहा कि हमलोग विद्यार्थियों से फोटो व आइडी प्रूफ लेने के बाद ही रखते हैं. वे अपनी ओर से विद्यार्थियों के बारे में जानकारी थाने को नहीं देते हैं. कभी पुलिस आ गयी, तो वह अपनी ओर से इंक्वायरी करती है.