रांची: झारखंड में 15 लाख हेक्टेयर जमीन को बागवानी के अंतर्गत लाने की योजना के बीच केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने आज कहा कि चालू वित्त वर्ष में एक लाख हेक्टेयर भूमि का उपयोग टसर सिल्क, प्राकृतिक रबड़, लाख तथा काजू के उत्पादन में किया जाएगा.
रमेश ने यहां कहा, ‘‘एक अनुमान के तहत चार लाख हेक्टेयर भूमि अपक्षयित वन श्रेणी तथा 11 लाख हेक्टेयर भूमि बंजर जमीन है. नये कार्यक्रम के तहत एक लाख हेक्टेयर जमीन का उपयोग 2013-14 में बागवानी में किया जाएगा. इसके अलावा 2014-15 में दो लाख हेक्टेयर तथा उसके अगले वितत वर्ष में चार लाख हेक्टेयर भूमि का उपयोग बागवानी में किया जाएगा. और इस तरह यह प्रक्रिया जारी रहेगी. यह दीर्घकालीन प्रक्रिया है.’’ उन्होंने कहा कि बिहार, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश था झारखंड में टसर सिल्क की काफी संभावना है.