–रामगढ़ में 14 घाटों की नीलामी होनी थी
– 56 लाख रुपयेमें तीनों घाटों का ठेका मिला मुंबई की कपंनी दी मिल्स स्टोर कंपनी व मेरेडियन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड को
– स्थानीय बीडरों ने किया बहिष्कार, आठ घाटों की नीलामी रोकनी पड़ी
– दो–दो बीडर के कारण तीन बालू घाटों की बंदोबस्ती रद्द
– आजसू, भाजयुमो व कांग्रेस ने किया विरोध, झामुमो पक्ष में उतरा
– उपायुक्त के साथ भी नोक–झोंक
रामगढ़ : आजसू, कांग्रेस व भाजयुमो कार्यकर्ताओं के भारी विरोध व स्थानीय बीडरों के बहिष्कार के कारण गुरुवार को आठ बालू घाटों की नीलामी रोकनी पड़ी. तीन घाटों (पैंकी, रउता व कैथा) की बंदोबस्ती मुंबई की कंपनी के नाम हुई. इसमें उच्चतम बोली 56 लाख रुपये मुंबई की दी मिल्स स्टोर कंपनी व मेरेडियन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड की रही. बाकी तीन घाटों की नीलामी पूर्व में ही रद्द की जा चुकी थी.
इससे पहले समाहरणालय के मुख्य गेट पर जम कर हंगामा हुआ. शांतनु मिश्र के नेतृत्व में कांग्रेस, धनंजय कुमार पुटूस के नेतृत्व में भाजयुमो कार्यकर्ता, विजय साहू के नेतृत्व में विजय साहू व राजीव जायसवाल के नेतृत्व में आजसू छात्र संघ के लोगों ने बाहरी कंपनियों के विरोध में जम कर नारे लगाये. इसी बीच झामुमो जिलाध्यक्ष विनोद किस्कू के साथ मुंबई के कंपनी के लोगों को आते देख कार्यकर्ता उग्र हो गये तथा उन पर हमला बोल दिया.
लोगों ने मुंबई की कपंनी के सत्येंद्र कुमार मिश्र को दौड़ा–दौड़ा कर पीटा. उन्हें एनएच 33 पर केजीटी स्कूल तक दौड़ाया. प्रशासन की मदद से मुंबई की कंपनी के अन्य लोग पीछे के दरवाजे से समाहरणालय में प्रवेश कर गये.
पुलिस ने विरोधियों को खदेड़ा : इसकी सूचना मिलते ही विरोधियों ने समाहरणालय मुख्य गेट पर हंगामा कर दिया. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. पुलिस ने एक आजसू कार्यकर्ता की पिटाई कर दी. इससे नाराज विरोधी डीसी के खिलाफ नारे लगाने लगे. गेट पर डीसी के साथ नोक–झोंक हुई.
इसके बाद पुलिस बल ने गेट से लोगों को खदेड़ दिया. वहीं घाटों के लिए टेंडर भरनेवाले स्थानीय लोगों ने बोली का बहिष्कार कर दिया. उपायुक्त श्री सिंह ने बताया कि बचे घाटों की बंदोबस्ती के लिए नीलामी की तिथि शीघ्र घोषित की जायेगी.