रांची: राज्य में निजी मेडिकल कॉलेज के लिए जो भी आवेदन करेगा, उसे दो से तीन दिन में एनओसी (नो आब्जेक्शन सटिर्फि केट) दे दिया जायेगा. विदेश से भी आकर कोई राज्य में मेडिकल कॉलेज खोल सकता है. कोल इंडिया के सहयोग से बोकारो में मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है.
उक्त बातें रविवार को बीएनआर चाणक्य में आयोजित दो दिवसीय कार्डियोलॉजी कॉनक्लेव रांची लाइव के विधिवत उदघाटन में स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि रिम्स के चिकित्सकों का वेतन कोल इंडिया के छठे दरजे के कर्मचारी के बराबर है. रिम्स चिकित्सकों का वेतन एम्स के बराबर दिया जायेगा. राज्य के मेडिकल कॉलेज की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. कब इसकी मान्यता खत्म हो जाये, इसका पता नहीं है.
मेडिकल कॉलेज को सौर ऊर्जा से जोड़ा जायेगा. राज्य में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए 938 डॉक्टरों की बहाली शीघ्र की जायेगी. अपोलो अस्पताल के सईद अहमद अंसारी ने कहा कि रांची लाइव नेशनल स्तर तक पहुंच गया है. अपोलो शहर से दूर है, लेकिन लोगों का विश्वास है. राज्य सरकार को बीपीएल के इलाज के लिए मिलनेवाले फंड को राज्य से बाहर नहीं जाना चाहिए. राज्य के मदर इंस्टीटय़ूट रिम्स को बेहतर बनाया जाये. अपोलो से रिम्स का कोई कंप्टीशन नहीं है. कार्यक्रम में डॉ नीरज प्रसाद, मंजूर अहमद अंसारी ने अपने विचार व्यक्त किये.