रांची:राज्य सरकार ने प्रथम मुख्य सचिव वीएस दुबे की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसाओं के तहत झारखंड लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के लिए पूर्व निर्धारित प्रणाली में बदलाव कर दिया है. अब ऐच्छिक विषय समाप्त कर दिये गये हैं. खास विषय निर्धारित कर दिये गये हैं. नयी प्रणाली छठी सिविल सेवा […]
रांची:राज्य सरकार ने प्रथम मुख्य सचिव वीएस दुबे की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसाओं के तहत झारखंड लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के लिए पूर्व निर्धारित प्रणाली में बदलाव कर दिया है. अब ऐच्छिक विषय समाप्त कर दिये गये हैं.
खास विषय निर्धारित कर दिये गये हैं. नयी प्रणाली छठी सिविल सेवा परीक्षा से प्रभावी होगी. सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा अब छह पेपर की होगी. पहला , दूसरा और पांचवां पेपर 100-100 अंकों के होंगे. इसके अलावा सभी पेपर 200-200 अंक के होंगे. साक्षात्कार 100 अंक का होगा. कुल 1000 अंकों की इस परीक्षा में से प्राप्तांक के आधार पर मेरिट का फैसला होगा. सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इसका फैसला लिया गया.
कैसा होगा पहला पेपर
पहला पेपर क्वालिफाइंग होगा अर्थात प्रथम पेपर में पास होने की बाध्यता होगी. प्रथम पेपर में एक प्रश्न पत्र हिंदी और दूसरा अंगरेजी से संबंधित होगा. दोनों ही पत्रों में 10 वीं स्तर के प्रश्न होंगे. इन दोनों पत्रों का कुल अंक 100 (50-50 अंक का) का होगा. इसमें पास होने के लिए कम से कम 30 अंक लाना जरूरी होगा.
कैसा होगा दूसरा पेपर
पेपर दो भाषा व साहित्य से संबंधित होगा. इसमें झारखंड के नौ क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा के अलावा साहित्य से संबंधित हिंदी, उर्दू, बांग्ला, संस्कृत, ओड़िया व अंगरेजी भाषा होंगी. इसमें परीक्षार्थी को क्षेत्रीय जनजातीय भाषाओं में से किसी एक भाषा की या हिंदी, उर्दू, अंगरेजी, बांग्ला, ओड़िया, संस्कृत में से किसी एक भाषा की परीक्षा देनी होगी.
कैसा होगा तीसरा और चौथा पेपर
पेपर तीन सामान्य अध्ययन का होगा. इसमें इतिहास व भूगोल से संबंधित प्रश्न होंगे. चौथा पेपर भी सामान्य अध्ययन का होगा. इसमें भारतीय संविधान, राजनीति शास्त्र और लोक प्रशासन से जुड़े सवाल होंगे.
कैसा होगा पांचवां और छठा पेपर
पांचवां पेपर भी सामान्य अध्ययन का होगा. इसमें भारतीय अर्थव्यवस्था, वैश्वीकरण और समेकित विकास(सस्टेनबल डेवलपमेंट) से संबंधित सवाल होंगे. छठा पेपर भी सामान्य अध्ययन का होगा, इसमें सामान्य विज्ञान, पर्यावरण और तकनीकी विकास से संबंधित सवाल पूछे जायेंगे. इसके अलावा 100 अंकों का पर्सनालिटी टेस्ट(साक्षात्कार) होगा.
अलबर्ट एक्का के पुत्र को नौकरी
कैबिनेट ने शहीद अलबर्ट एक्का के पुत्र विल्सेंट एक्का को नियम शिथिल कर तृतीय वर्ग में नियुक्त करने का फैसला किया गया है. शहीद के पुत्र की शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक है, जबकि लिपिक के पद पर नियुक्त होने के लिए इंटर की आवश्यक है. विल्सेंट एक्का की उम्र 41 वर्ष है. सरकार ने नियम शिथिल करते हुए नौकरी देने का फैसला अलबर्ट एक्का को सम्मान देने के उद्देश्य से किया है.