बोकारो: स्थानीयता पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर बयान दिया है. कहा है कि जिनका नाम खतियान में है, वही असली झारखंडी है. बाकी जो भी यहां हैं, वे हमारे भाई-बंधु की तरह हैं. मुख्यमंत्री शनिवार को बोकारो एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा : झारखंड के मूल निवासियों को अलग पहचान मिलनी ही चाहिए. बाकी लोगों के लिए अलग व्यवस्था करने की जरूरत है. झामुमो का इस पर स्टैंड क्लियर है. इसमें किसी को कोई संशय नहीं होना चाहिए. खतियान कभी का भी हो, अगर उसमें नाम है, तो वह झारखंडी है. सरकार रिमोट पर नहीं : यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार का रिमोट कहीं और है, मुख्यमंत्री ने कहा : ऐसी कोई बात नहीं है.
सरकार भला कोई खिलौना है कि रिमोट से चले. सरकार कभी रिमोट से चल ही नहीं सकती. इसे चलाने के लिए सारा तंत्र है, जो सही तरीके से काम कर रहा है.
मंत्रिमंडल विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा : जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर लिया जायेगा. इसे लेकर सरकार चिंतित है. नक्सली प्रभावित इलाकों के बारे में उन्होंने कहा : इन इलाकों के हर घर में विकास की गंगा बहानी है. एक बार विकास उनके दरवाजे पर पहुंच जायेगा, सारी समस्या खत्म हो जायेगी.
विस्थापन नीति जल्द
मुख्यमंत्री ने विस्थापन नीति पर कहा : मैंने इस नीति को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू ही किया था, पर इसी दौरान पुरानी सरकार गिर गयी. अब एक बार फिर से काम शुरू हुआ है. झारखंड में जल्द ही विस्थापन नीति लागू कर दी जायेगी.
अपना 38 वां जन्मदिन मनाया
बोकारो एयरपोर्ट पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री सेक्टर-4 स्थित जाहेर गढ़ा पहुंचे. वहां पूजा-अर्चना की. इसके बाद कार्यकर्ताओं और रिश्तेदारों के साथ अपना 34 वां जन्मदिन मनाया. 11 पाउंड का केक काटा. सबसे पहले अपनी भांजी को केक खिलाया.