वहीं घटना के दो घंटे बाद भी रनिया पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची थी. जानकारी के अनुसार रविवार की शाम दिलीप चौधरी अपनी दुकान में बैठे थे. तभी मोटरसाइकिल से दो अपराधी उनकी दुकान में पहुंचे. उन्होंने दिलीप चौधरी से सिगरेट मांगा.
जैसे ही दिलीप चौधरी उन्हें सिगरेट देने दुकान से बाहर निकले अपराधियों ने उन पर गोली चला दी. एक गोली दुकान के दरवाजे पर तथा दूसरी गोली दिलीप चौधरी की गर्दन में लगी. गोली लगने से घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. डीएसपी ने बताया कि घटना को पीएलएफआइ उग्रवादियों ने अंजाम दिया है. हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है. इधर, वारदात के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है.