रांची: आजसू पार्टी ने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की टीम को प्रशिक्षित किया है. पार्टी के ये प्रशिक्षित कार्यकर्ता स्वयं सेवक के रूप में काम करते हुए राज्य के नव-निर्माण और आजसू पार्टी का विजन लेकर गांव-गांव जायेंगे.
शुक्रवार को पार्टी के विधायक चंद्र प्रकाश चौधरी ने बताया कि पार्टी के हजारों प्रशिक्षित स्वयं सेवक 21 सितंबर को राजधानी के प्रभात तारा मैदान में जुटेंगे. राज्य के सभी बूथों से कार्यकर्ता रांची पहुंचेंगे. श्री चौधरी ने दावा किया कि कार्यक्रम में 50 हजार कार्यकर्ता झारखंड के निर्माण और पार्टी के एजेंडे को जन-जन तक पहुंचाने का शपथ लेंगे.
प्रवक्ता प्रभाकर तिर्की ने कहा कि आजसू राजनीतिक का ट्रेंड बदलने की कोशिश कर रही है. हम राजनीतिक हालात और इसमें व्याप्त प्रदूषण को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारे राजनीतिक कार्यकर्ता सेवा भाव के साथ गांव-देहात में जायेंगे. समर्पण के साथ राजनीति में स्वच्छ वातावरण बनाने की कोशिश करेंगे. मौके पर पार्टी विधायक नवीन जायसवाल, एस हेमलता मोहन और वनमाली मंडल मौजूद थे.
नेताओं के साथ लगातार बैठक कर रहे सुदेश
कार्यक्रम की तैयारी को लेकर आजसू विधायकों से लेकर प्रखंड स्तर तक के नेताओं को अलग-अलग टास्क दिया जा रहा है. पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो लगातार अपने नेताओं के साथ कार्यक्रम की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. दूर-दराज से आनेवाले कार्यकर्ताओं के ठहरने-खाने आदि की व्यवस्था को लेकर सबको विशेष दिशा-निर्देश दिये गये हैं.
महिलाओं को राजनीति की मुख्यधारा में लायेगी पार्टी
पार्टी प्रवक्ता एस हेमलता मोहन ने कहा कि 21 सितंबर को शपथ ग्रहण समारोह में महिला कार्यकर्ता भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगी. आजसू पार्टी महिलाओं को मुख्यधारा की राजनीति में लाने के लिए वचनबद्ध है. हमारी कोशिश है कि ग्रास रूट में महिलाओं की राजनीतिक सक्रियता बढ़ायी जाये. इनके अंदर नेतृत्व क्षमता का विकास हो. महिलाएं अपनी भागीदारी से राजनीति बदल सकती हैं.
राजनीति में संभावनाएं बनी रहती है: चंद्रप्रकाश चौधरी
आजसू नेता चंद्र प्रकाश चौधरी ने गंठबंधन के सवाल पर कहा कि फिलहाल पार्टी सभी सीटों पर तैयारी कर रही है. चुनाव पूर्व हमने कभी समझौता नहीं किया है.लेकिन राजनीति में संभावनाएं बनी रहती है. अभी हमारी किसी दल से बात नहीं हो रही है. आने वाले दिनों में पार्टी इसे लेकर अपना स्टैंड साफ करेगी. श्री चौधरी ने कहा कि वर्तमान सरकार में दलों के बीच कोई तालमेल नहीं है.