पहले करता था वीडियो रिकॉर्डिग
परत दर परत खुल रहे हैं रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के कारनामे
नेशनल राइफल शूटिंग की गोल्ड मेडलिस्ट तारा शाहदेव प्रकरण को लेकर रविवार को पुलिस की तहकीकात जारी रही. रांची पुलिस ने रविवार को तारा शाहदेव के पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के रांची स्थित अलग-अलग आवासों पर छापेमारी की गयी. तलाशी के बाद उसके घरों को सील कर दिया गया. इधर, धर्म परिवर्तन को लेकर तारा शाहदेव के साथ मारपीट के मामले के लेकर विभिन्न संगठनों ने रविवार को विरोध-प्रदर्शन किया. शाम में संगठनों ने न्याय की मांग को लेकर मशाल जुलूस निकाला.
वहीं रंजीत सिंह कोहली की गिरफ्तार की मांग की. घटना को लेकर पुलिस प्रशासन समेत जन प्रतिनिधि तारा शाहदेव के आवास पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. अधिकारियों ने छानबीन शुरू कर दी है. इधर, घटना को लेकर शहर के विभिन्न संगठनों ने बैठक कर घटना का विरोध किया.
जेब में रहती थी 1000-1000 के नोटों की गड्डी
रांची : रंजीत सिंह उर्फ रकीबुल को जाननेवाले लोगों की मानें, तो उसने अपने कैरियर की शुरुआत कुछ वर्ष पूर्व वीडियो रिकॉर्डिग से की थी. उस वक्त वह कांके रोड में रहता था. उसके पास कुछ भी नहीं था. करीबियों के अनुसार एक बार रंजीत सिंह कोहली धोखाधड़ी के एक मामले में जेल भी गया था. इसकी जानकारी हिंदपीढ़ी पुलिस को भी है.वह जेल कब गया था, इस संबंध में रविवार को बरियातू पुलिस ने जांच की.
बताया जाता है कि जेल से निकलने के बाद रंजीत सिंह ने अपना धर्म पर्वितन कर लिया था. जेल में ही रंजीत की मुलाकात एक व्यक्ति से हुई थी. खबर है कि उसने वर्ष 2010 में धर्म पर्वितन किया था. मामले में कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट का कहना है कि उसने धर्म परिवर्तन किया था या नहीं, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है. रंजीत को करीब से जाननेवालों के अनुसार जेल से निकलने के बाद वह कुछ लोगों के संपर्क में आया. उसके बाद कुछ ही वर्षो में वह करोड़पति बन गया.
करीबियों की मानें, तो वह बोरे में पैसे भर कर लाता था. वह रुपये खर्च करने के लिए एटीएम से पैसे नहीं निकालता था. उसकी जेब में हमेशा 1000-1000 रुपये की गड्डी रहती थी. होटल में खाने के बाद वह वेटर को हजार रुपये का टिप देता था. बड़े अधिकारियों से संपर्क बनाने के लिए भी वह काफी रुपये खर्च करता था.
अशोक विहार स्थित मकान संख्या एफ -95 को रविवार की सुबह सील करने के बाद दोबारा शाम 4.30 बजे पुलिस पहुंची. मजिस्ट्रेट के सामने पुलिस अफसरों ने मकान का ताला तोड़ा और घर की तलाशी ली. कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ठ ने बताया कि मकान में कोई भी आपत्तिजनक वस्तु या सामान नहीं मिले. इसके बाद पुलिस ने फिर से मकान को सील कर दिया. जब पुलिस ने स्थानीय लोगों से रंजीत सिंह के बारे जानकारी ली, तो लोगों ने पुलिस को बताया कि तीन माह से रंजीत अपने मकान में नहीं आया है. मकान उसने किराये पर ले रखा था.
आवारा कुत्तों को खिलाता था होटल का खाना
स्थानीय लोगों के अनुसार मकान में जब रंजीत सिंह कोहली के साथ कुछ प्रशासनिक, न्यायिक सेवा और पुलिस के अधिकारी भी आते थे. अधिकारियों के आने की जानकारी रंजीत पड़ोसियों को भी देता था, लेकिन पड़ोसी हमेशा इससे बचते थे. पड़ोसियों के अनुसार रंजीत सिंह मुहल्ले के कुत्ताें को भी होटल से खाना मंगा कर खिलाता था.
रंजीत सिंह कोहली के संबंध में अब तक जितने भी पेपर पुलिस को मिले हैं. उसमें उसका नाम रंजीत सिंह कोहली ही है. रकीबुल हसन नाम से अब तक कोई पेपर नहीं मिला है. रंजीत सिंह कोहली मूल रूप से कहां का रहनेवाला है. उसके पास कहां से रुपये आये. इसके संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही है.
दीपक अंबष्ठ
कौशल बायोटेक नामक एनजीओ चलाता था
रांची : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के अशोक विहार स्थित मकान एफ-95 में सर्च के दौरान पुलिस को कुछ पेपर मिले हैं. पेपर देखने के बाद हिंदपीढ़ी थानेदार का कहना है कि रंजीत सिंह कौशल बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड नामक एनजीओ भी चलाता था.एनजीओ से कौन -कौन लोग जुड़े थे. इस संबंध में पुलिस जानकारी एकत्र कर रही है.
मकान के गेट पर एक ओर कौशल निवास लिखा है, जबकि दूसरी ओर कौशल बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड, आरएस कोहली लिखा हुआ है. स्थानीय लोगों के अनुसार रंजीत सिंह ने मकान किसी पाठक नामक व्यक्ति से ले रखा है, जबकि पुलिस को जानकारी मिली थी कि रंजीत सिंह कोहली ने मकान को खरीदा था या एग्रीमेंट करवाया था. रंजीत सिंह कोहली ने घर का नाम कौशल निवास रखा था.
पुलिस ने कांके स्थित आवास में भी की जांच
हिंदपीढ़ी पुलिस को सूचना मिली थी कि रंजीत सिंह कोहली का कांके रोड स्थित शुभम अपार्टमेंट में एक फ्लैट है. पुलिस वहां रंजीत सिंह कोहली के संबंध में जानकारी लेने पहुंची, लेकिन वहां पता चला कि फ्लैट में कोई दूसरा व्यक्ति रहता है. स्थानीय लोगों ने पूछताछ में बताया कि रंजीत सिंह करीब चार वर्ष पूर्व फ्लैट को खाली कर चला गया था.
सांसद ने ली घटना की जानकारी
रांची : रांची के सांसद रामटहल चौधरी रविवार को तारा शाहदेव से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. उन्होंने जिला प्रशासन से आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की. उन्होंने कहा कि मामला रसूखदारों व पहुंचवालों से जुड़ा हुआ है. ऐसी स्थिति में एहतियात बरतने की आवश्यकता है. वह तारा के घर में करीब आधे घंटे तक रहे. तारा के पिता से भी उन्होंने बात की. इस दौरान महानगर मंत्री केके गुप्ता और संयोजक राजा सिंह भी उपस्थित थे.
लव जेहाद क्या होता है, मुङो नहीं मालूम
कहीं लव जेहाद के लिए तो आपसे शादी नहीं की गयी?
लव जेहाद क्या होता है, मुङो नहीं मालूम. मैं हमेशा अपने खेल पर ध्यान देती थी और अखबार में स्पोर्टस पेज ही पढ़ती थी. अन्य खबरों में मुङो रुचि नहीं थी. मेरे पूरे परिवार को रंजीत उर्फ रकीबुल ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग किया और मुझसे शादी है. खेल से जुड़े कई अधिकारियों ने मुङो शादी के लिए मजबूर कर दिया. कोहली के साथ कई बड़े अधिकारी आते थे.
क्या शादी से पहले रंजीत की पड़ताल की गयी थी
परिवारवालों पर कई अधिकारियों और अन्य परिचितों ने दबाव डाला, जिसके बाद थोड़ी पड़ताल के बाद शादी कर ली.
क्या रंजीत सिंह दो नाम से जाना था, यह जानकारी थी आपको?
इसकी जानकारी मुङो नहीं थी. जब मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के घर से न्यौता आया, तब हमें थोड़ा शक हुआ. घर में हमेशा गायत्री मंत्र बजता था.
अफसरों का आना जाना था, उनसे कोई सहायता मिली?
नहीं सभी का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा है. शूटिंग मेरे लिए जुनून था. शूटिंग में कैरियर बनाने के लिए हमने शादी की और शादी के पहले हमने शर्त रखी थी कि शादी के बाद भी शूटिंग जारी रखूंगी. सहमति मिलने पर ही मैने शादी की थी.
क्या पुलिस प्रशासन से सहायता मिली?
पुलिस ने हमारी काफी मदद की है. रंजीत सिंह कोहली की हर हालत में हम गिरफ्तारी चाहते हैं. उसका साथ देनेवाले मंत्रियों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो.
रंजीत सिंह कोहली पहले था हिंदू: डीजीपी
रांची : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन पहले हिंदू था. उसके धर्म पर्वितन के मामले की जांच की जा रही है. डीजीपी राजीव कुमार ने बताया कि पूरे मामले की तहकीकात की जा रही है.मामला काफी गंभीर है, लेकिन पुलिस हर पहलू पर विचार कर उसे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी काम कर रही है. यह पूछे जाने पर कि वह कहीं पाकिस्तान या कोई और देश तो नहीं भाग गया, इस पर उन्होंने कहा कि ये सब कोरी बातें हैं. पुलिस पूरा दबाव बनाये हुए है. सभी बिंदु पर पुलिस गौर कर रही है. उसके जल्द ही गिरफ्तार हो जाने की संभावना है. तारा शाहदेव के बयान पर पुलिस गंभीरता से विचार कर रही है.
डीआइजी समेत कई अफसर पहुंचे तारा के घर
रांची : तारा शाहदेव के घर डीआइजी प्रवीण सिंह, सिटी एसपी अनूप बिरथरे, कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट, सुखदेवनगर थाना प्रभारी रणधीर सिंह सहित कई कनीय अधिकारी पहुंचे. वहां तारा की सुरक्षा के संबंध में बातचीत की. डीआइजी ने करीब आधे घंटे तक तारा से बंद कमरे में बातचीत की. डीआइजी ने कहा कि घटना की जांच जारी है.
तारा शाहदेव की तबीयत हुई खराब
रांची : मीडिया और अन्य अधिकारियों की ओर से रविवार को लगातार पूछताछ किये जाने से तारा शाहदेव की तबीयत बिगड़ गयी. उसके पिता ने उसे दबा देकर सुलाया. पिता ने बताया कि मारपीट के कारण उसके पूरे शरीर में दर्द है. मानसिक परेशानी के कारण उसकी तबीयत बिगड़ गयी थी. इधर, तारा शाहदेव के भाई द्वेद शाहदेव ने बताया कि 25 मई से 15 जून 2014 तक होटवार में निशानेबाजी का प्रशिक्षण चल रहा था. उस दौरान वहां रंजीत आता-जाता था.
दक्ष निशानेबाज होने के कारण सबकी नजर तारा पर थी. उसी क्रम में कोहली ने तारा को अपने जाल में फंसाया. इसे इंटरनेशनल निशानेबाज बनाने का सब्जबाग भी दिखाया गया था. जिसके बाद उसके जाल में तारा फंस गयी थी.
2011 में सिंगापुर में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी है तारा
रांची : तारा के भाई द्वेद ने बताया कि हम दोनों भाई-बहन को निशानेबाजी का शौक था. हमलोग 2001 से ही प्रशिक्षण ले रहे हैं. 2011 में तारा ने निशानेबाजी प्रतियोगिता में सिंगापुर में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और चौथे स्थान पर रही थी. वह चार नेशनल व तीन प्री नेशनल चैंपियनशीप में भाग ले चुकी है. 15 जून 2014 को स्टेट लेबल प्रतियोगिता में गोल्ड मिला था. वह निशानेबाजी में आगे बढ़ना चाहती थी.
नेता की साली से भी शादी का प्रयास किया था
रांची : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल ने तीन साल पहले एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता की शाली से भी शादी करने की कोशिश की थी. रकीबुल का रिश्ता एक नेता ने ही तय किया था. जब शादी की बात आगे बढ़ी, उस दौरान भी रंजीत ने खुद को हिंदू बताया था. लड़की परिजनों को उसने बताया था कि उसके पिता सेल टैक्स अफसर थे, लेकिन लड़की के परिजनों ने जब छानबीन की, तब उन्हें पता चला कि रंजीत दूसरे धर्म को मानता है. इस वजह से शादी टूट गयी थी.
धार्मिक पुस्तक पढ़ने के लिए करता था प्रेरित
रंजीत सिंह कोहली के साथ रहने वाले लोगों के अनुसार वह अपने दोस्तों को इसलामिक धार्मिक पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित करता था. हमेशा दोस्तों से कहता था कि इस में अच्छी बाते हैं. बताया जाता है कि वह बड़े लोगों को लड़की सप्लाई करता था. उसे एक रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी का संरक्षण भी था. जिसके जरिये भी उसने करोड़ों रुपये अजिर्त किये थे.
साथ में रहते थे दो तीन संदिग्ध लोग
रंजीत सिंह कोहली के साथ कार में अक्सर दो-तीन संदिग्ध लोग भी घूमते थे. वे हमेशा खामोश रहते थे. रंजीत सिंह जब भी उन लोगों के संबंध में पूछा जाता था, तो वह बताने से इनकार करता था.
21 को फ्लाइट से रांची पहुंचा था रंजीत
तारा शाहदेव ने जिस दिन प्राथमिकी दर्ज करायी थी, उसी दिन रंजीत फ्लाइट से बाहर से रांची आया था. घटना की रात तारा शाहदेव की सास उसके साथ थी, लेकिन पुलिस तारा शाहदेव का बयान लेने में ही रह गयी. इस वजह से वह भाग निकलने में सफल रहा.
डीएसपी सुरजीत सिंह व मुस्ताक अहमद की भूमिका की जांच हो
रांची : तारा शाहदेव के पिता लाल अंबिकानाथ शाहदेव ने कहा है कि डीएसपी सुरजीत सिंह व मुस्ताक अहमद की इस मामले में भूमिका की जांच होनी चाहिए. रंजीत उन्हीं की पीली बत्ती गाड़ी व बॉडीगार्ड लेकर दो तीन बार हमारे घर आया था. उपयुक्त लोगों ने हम पर शादी का दबाव बनाया था. उनके दबाव बनाने के बाद ही हमलोगों ने ज्यादा छानबीन किये ही तारा की शादी रंजीत से कर दी थी.
तीन चार पहिया व एक स्कूटी जब्त
पुलिस की छापेमारी में मेन रोड स्थित ब्लेयर अपार्टमेंट से तीन चार पहिया वाहन जब्त किये गये हैं. जिन वाहनों को जब्त किया गया है, उनमें सेवरले एवीओ (जेएच 01 जेड-4477), स्कॉर्पियो (जेएच-01बीइ-3088),जिप्सी (जेएच-01 बीजी-9000) व स्कूटी(जेएच-01एल-0531) शामिल हैं. जब्त वाहनों की सुरक्षा के लिए एक हवलदार को मुस्तैद किया गया है. इधर, रंजीत सिंह के मामले में ब्लेयर अपार्टमेंट में रहनेवाले व्यवसायी और अधिकारी रंजीत सिंह कोहली के संबंध में कोई भी बात करने को तैयार नहीं हुए.
अकेले बात करने नहीं दिया जाता था
तारा के भाई द्वेद शाहदेव ने बताया कि वह शादी के बाद दो-तीन बार बहन के ससुराल गये थ्ेा. उसकी सास कौशल रानी हमें बढ़-चढ़ कर प्यार देती थी, लेकिन बहन को छोड़ कर नहीं जाती थी. इसलिए हमलोगों ने तारा से कभी अकेले में बात नहीं की. मोबाइल से भी बात करने के दौरान स्पीकर ऑन करा कर बात कराया जाता था.
आरोपी गिरफ्तार हो: भाजपा
रांची : विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल की संयुक्त बैठक विहिप के प्रदेश अध्यक्ष पंचम सिंह की अध्यक्षता में हरमू रोड में हुई. बैठक में तारा शाहदेव के साथ हुई घटना की निंदा की गयी. बैठक में रकीबुल हसन एवं उसके सहयोगी अधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की गयी. बैठक में अमरेंद्र विष्णु, बजरंग दल के प्रदेश सह संयोजक रंगनाथ महतो, महानगर मंत्री वीरेंद्र साहू, विपिन बिहारी सिंह, रवि कुमार पिंकू, गोपाल पारिख, कैलाश चौधरी, वसंत शर्मा उपस्थित थे.
अंजुमन ने की निंदा
रांची : अंजुमन इसलामिया रांची की बैठक रविवार को हुई. बैठक में तारा शाहदेव के साथ हुई घटना की निंदा की गयी है. वहीं दोषी रंजीत सिंह कोहली को कड़ी सजा देने की मांग की गयी. बैठक में कहा गया कि इस घटना को लेकर एक वर्ग को कटघड़े में खड़े करने की साजिश रची जा रही है. सदस्यों ने पुलिस प्रशासन से पूरे मामले पर से जल्द से जल्द परदा हटाने की मांग की. अध्यक्षता इबरार अहमद ने की. यह जानकारी महासचिव मोख्तार अहमद ने दी.
प्रतिनिधिमंडल मिला: रांची. भाजपा अनुसूचित जनजाति मोरचा के प्रभारी डॉ समर सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को तारा शाहदेव के घर जाकर मामले की विस्तृत जानकारी ली. बाद में प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से तारा शाहदेव के पूरे परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की.