रोजा की शुरुआत से चांद रात तक सभी रोजेदारों को चांद देखने की ललक होती है. चांद दिखे और मुबारकबाद शुरू हो. वह दिन भी आ गया. चांद दिख गया और मंगलवार को ईद मनायी जायेगी.ईद से पहले हर वर्ग ने अपने लिए, अपने रिश्तेदारों के लिए और अपने दोस्तों के लिए खास तैयारी की है. इतना ही नहीं नौकरी की तलाश में दूसरे मुल्क में रह रहे कई लोग ईद से ठीक पहले अपने घर लौट आये हैं. सभी वर्ग ने ईद की तैयारियों का अनुभव बताया और तैयारी में जुट गये हैं.
रांची : ईदगाहों व मसजिदों में ईद की नमाज की तैयारी पूरी कर ली गयी है. रांची व डोरंडा ईदगाह में दिन के दस बजे नमाज होगी. रांची में मौलाना असगर मिस्बाही व डोरंडा में मौलाना अलकमा सिबली नमाज अदा करायेंगे.
वहीं बारिश की स्थिति में रांची ईदगाह की नमाज जामा मसजिद में दिन के दस बजे होगी. डोरंडा ईदगाह में बारिश की स्थिति में यह नमाज जामा मसजिद परिसर जैप वन में होगी. जामा मसजिद में पहली जमात सुबह साढ़े नौ बजे व दूसरी जमात दस बजे होगी. डोरंडा परास टोली ईदगाह में साढ़े नौ बजे नमाज होगी.
बारिश की स्थिति में यह नमाज मसजिद में 8.45 बजे व साढ़े नौ बजे होगी. बरियातू ईदगाह में साढ़े नौ बजे नमाज होगी. बारिश की स्थिति में यह नमाज बरियातू मसजिद में सवा नौ व 9.45 बजे होगी. कडरू ईदगाह मैदान में होने वाली नमाज हज हाउस में साढ़े नौ बजे से होगी. कांके ईदगाह में दिन के 10 बजे नमाज होगी. वहीं रांची में सबसे पहले अहले हदीश मसजिद में ईद की नमाज अदा की जायेगी. यहां प्रात: साढ़े सात बजे नमाज होगी.
एलान होते ही मुबारकबाद का दौर
रांची : ईद का चांद देश के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को देखा गया है. जिसकी तसदीक होने के बाद विभिन्न एदारों ने इसकी घोषणा कर दी है. घोषणा होने के बाद लोगों ने एक दूसरे को ईद की मुबारक बाद दी.
इससे पहले दारूल कजा इमारत शरिया रांची की चांद देखे जाने के संबंध में बैठक हुई. बैठक में कहा गया कि ईद उल फित्र का चांद देखा गया है इसलिये मंगलवार को ईद की नमाज अदा की जायेगी. चांद के संबंध में इमारत शरिया रांची के कार्यालय परिसर में भी उलमा, मुफ्ती और बुद्धिजीवियों की बैठक हुई.
बैठक में मुफ्ती अनवर कासमी, कारी अलीमुदीन कासमी, मौलाना सिदीक मजाहिरी ,मौलाना उबैदुल्ला कासमी, हाजी शकील अहमद, हाजी शमीम अहमद, सैयद ए हक, नजमुल आरिफीन व अमीनुल आरिफीन सहित अन्य उपस्थित थे. एदार-ए-शरिया झारखंड दारूल कजा के मुख्य काजी-ए-शरीअत मुफ्ती आबिद हुसैन मिस्बाही की अध्यक्षता में हुई बैठक में ईद-उल-फित्र के चांद के संबंध में चर्चा होने के बाद मंगल को ईद-उल-फित्र की नमाज अदा करने निर्णय लिया गया.
बैठक में मुफ्ती आबिद हुसैन मिस्बाही, मुख्य काजी-ए-शरीयत, मुफ्ती बिरजीसुल कादरी नायब काजी-ए-शरीअत सहित अन्य उपस्थित थे.
ईद मनाने विदेशों से लौटे अपने घर
मिट्टी की सुगंध व अपनों के बीच ईद मनाने की तमन्ना लेकर लंबी दूरी तय कर कई लोग रांची आये हैं. परिवार के साथ ईद की खुशियां बांटने का अवसर मिलने पर सभी काफी खुश हैं.
उनका कहना है कि इससे ईद की सेवई और भी मीठी हो जायेगी. कई लोगों ने कहा कि विदेशों में बड़े-बड़े मॉल व अत्याधुनिक सुविधाएं तो मिल जाती हैं पर वहां ईद मनाने का दिल ही नहीं करता क्योंकि ईद में अपनों को गले लगाने की खुशी अलग होती है.