कोयला खदान आवंटन घोटाला (कोलगेट घोटाला) में नयी दिल्ली स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में जमशेदपुर के रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी हाजिर हुए है. श्री त्रिपाठी ने गलत कोयला आवंटन को साबित करने वाली जांच में सीबीआइ को सपोर्ट करते हुए गवाही दी. उन्होंने बताया कि किस तरह से स्टील कंपनी बाद में खोली गयी है और पहले कोयला का आवंटन कर दिया गया. इसको लेकर सीबीआइ ने दस्तावेज जो हासिल किये थे, उस दस्तावेज में मजिस्ट्रेट के तौर पर वैभव मणि त्रिपाठी के ही हस्ताक्षर हैं.
कोल ब्लॉक आवंटन मामले में झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड (जेआइपीएल), मेसर्स इलेक्ट्रो स्टील कास्टिंग लिमिटेड, मेसर्स आधुनिक एलॉयज एंड पावर लिमिटेड और मेसर्स पवनजय स्टील तथा पावर लिमिटेड को संयुक्त रूप से धादू कोयला ब्लॉक आवंटित किया गया था.