इस संबंध में पाकुड़ के पाकुरिया थाना क्षेत्र के चौकीशाल, पुरुलिया निवासी रंजीत घोष ने प्रज्ञा केंद्र का रजिस्ट्रेशन कराने के एवज में 15,600 रुपये की ठगी को लेकर साइबर थाना रांची को मेल किया था़ साइबर क्राइम थाना रांची की प्रभारी सह डीएसपी श्रद्धा केरकेट्टा ने फोन नंबर तथा अन्य सबूतों के आधार पर जब पता लगाया तो मामला रांची के पहाड़ी टोला स्थित प्रज्ञा केंद्र जेपी फाउंडेशन का निकला़ साइबर थाना की पुलिस पता लगाते हुए पंडरा निवासी आनंद कुमार के पास पहुंची.
उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो उसने बताया के पंडरा के फ्रेंड्स कॉलोनी में किराये के मकान में रहने वाला मिथुन कुमार ने उसका वोटर आइडी लिया था, उस वोटर आइडी के आधार पर कई फर्जी अकाउंट खोला था़ प्रत्येक अकाउंट के लिए उसे तीन हजार रुपये दिये जाते थे़ उसी लालच में वह मिथुन कुमार के साथ काम करता था़.
मिथुन मूल रूप से नवादा के कतरीसराय का निवासी है और काफी दिनों से यहां काम कर रहा है़ दर्ज कांड के आलाेक में एसपी साइबर क्राइम ने मामले का उद्भेदन करने के लिए पुलिस निरीक्षक संजय कुमार के साथ इंस्पेक्टर राजीव रंजन, इंस्पेक्टर सुनीत कुमार, तकनीकी पदाधिकारी कुमार सौरभ एवं आरक्षी अाफताब आलम तथा श्याम प्रसाद साहू को शामिल कर टीम का गठन किया था. इस टीम ने अपराधियों को गिरफ्तार किया़