उग्रवादियों ने दिया घटना को अंजाम
तक पूरा करना है निर्माण कार्य
कुडू-लोहरदगा : लोहरदगा टोरी रेलवे विस्तारीकरण कार्य में उग्रवादियों के लगातार हो रहे हमले से ठेकेदार, मजदूर दहशत में आ गये हैं. पिछले आठ साल का इतिहास देखा जाये तो उग्रवादियों ने दो दर्जन से ज्यादा वाहनों को फूंक दिया है. साथ ही मजदूरों का अपहरण करने से लेकर मजदूरों के साथ मारपीट, मोबाइल छीनने की एक दर्जन से ज्यादा घटना हो चुकी है. आलम यह है कि विगत सालों में तीन बार रेलवे के निर्माण कार्य के समय में बढ़ोतरी की गयी है. रेलवे विस्तारीकरण की योजना को 2015 तक पूर्ण किया जाना है.
15 दिन पूर्व खाली हुआ था पुलिस पिकेट
रॉयल कंस्ट्रक्शन के धोरधोरवा नाला के कार्य स्थल पर अस्थायी पुलिस पिकेट एवं साहिल कंस्ट्रक्शन के 33 नंबर पुलिया निर्माण स्थल पर पुलिस पिकेट बनाया गया है. यहां पिछले अक्टूबर माह में आइआरबी एवं जैप के जवानों को तैनात किया गया था. अप्रैल के प्रथम सप्ताह में यहां तैनात पुलिस बल को चुनाव ड्यूटी पर भेजा गया था. इस बात की भनक उग्रवादियों को मिल गयी थी. उग्रवादियों ने इसका लाभ उठाया एवं 27 नंबर के पुलिस पिकेट को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया.
2006 से उग्रवादियों के निशाने पर रहा रेलवे कार्य
लोहरदगा से टोरी तक लगभग 15 किमी रेलवे विस्तारीकरण कार्य वर्ष 2005 में प्रारंभ हुआ है. वर्ष 2006 के फरवरी माह में भाकपा माओवादी उग्रवादियों ने बंदुआ बरटोली के समीप एलाइट कंस्ट्रक्शन कंपनी के वर्क शॉप में धावा बोलते हुए आधा दर्जन वाहनों को जला दिया था. इसके बाद से लगातार साल दर साल उग्रवादी हमला जारी रहा. रेलवे कार्य में लगे साहिल कंस्ट्रक्शन, रॉयल कंस्ट्रक्शन के साइट पर हमला होना आम बात हो गयी है. अबतक कंपनी को करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है.