रांची: राजधानी और आसपास के इलाके में अपराधी बिट्टू मिश्रा और संदीप थापा गिरोह द्वारा जमीन पर अवैध कब्जा करने और उनकी संपत्ति के बारे में जांच करने के लिए छह डीएसपी को मिला कर एसआइटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) का गठन किया गया था. एसआइटी का गठन 17 मार्च 2017 को हुआ था. एसआइटी को अपराधियों की संपत्ति की जांच कर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेवारी मिली थी. लेकिन एसआइटी के सदस्य आठ माह में भी अपराधियों की संपत्ति के बारे में जांच नहीं कर सके.
इस बात की पुष्टि सिटी एसपी अमन कुमार द्वारा एसआइटी की समीक्षा बैठक को लेकर तैयार रिपोर्ट से भी होती है. एसआइटी की समीक्षा बैठक 25 अक्तूबर को सिटी एसपी ने की थी. जब एसआइटी का गठन हुआ था, तब इनके सदस्यों को सूचना मिली थी कि बिट्टू मिश्रा और संदीप थापा ने अपने सक्रियता काल में रांची जिला के पंडरा, सुखदेवनगर, रातू, नगड़ी, अरगोड़ा, धुर्वा, जगन्नाथपुर, तुपुदाना, डाेरंडा, चुटिया, नामकुम, लोअर बाजार, सदर, लालपुर, खेलगांव, मेसरा, कोतवाली, बरियातू, हिंदपीढ़ी, डेली मार्केट और गोंदा थाना क्षेत्र में अवैध रूप से जमीन पर कब्जा किया है. इस कार्य में कई सफेदपोश लोगों के शामिल होने की भी सूचना दी गयी थी.
जब एसआइटी का गठन हुआ था, उस समय हटिया एएसपी के पद पर सुजाता कुमारी और सिटी एसपी के पद पर शंभु कुमार थे. लेकिन सुजाता कुमारी का ट्रांसफर होने के बाद हटिया डीएसपी विकास पांडेय और सिटी डीएसपी के पद से शंभु कुमार के ट्रांसफर होने के बाद सिटी डीएसपी के पद पर योगदान देनेवाले राज कुमार मेहता को एसआइटी का सदस्य बनाया गया था.
जांच के बाद किस डीएसपी ने क्या दिया जवाब
विजय सिंह (डीएसपी मुख्यालय-दो) : अपराधी बिट्टू मिश्रा और संदीप थापा ने रातू और नगड़ी थाना क्षेत्र में कोई संपत्ति अर्जित नहीं की है.
विकास चंद्र श्रीवास्तव (डीएसपी, सदर) : गोंदा, बरियातू और सदर थाना क्षेत्र में दोनों अपराधियों ने कोई संपत्ति अर्जित नहीं की है. मेसरा और खेलगांव ओपी क्षेत्र में जांच करना शेष है.
विकास पांडेय (डीएसपी, हटिया) : हटिया इलाके में संदीप थापा और बिट्टू मिश्रा ने कोई संपत्ति अर्जित नहीं की है.
अमित कच्छप (डीएसपी मुख्यालय, एक) : मैंने कांके और नामकुम थाना प्रभारी को 23 और 25 अक्तूबर को संपत्ति के बारे में पता कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
भोला प्रसाद (डीएसपी, कोतवाली) : कोतवाली, हिंदपीढ़ी और डेली मार्केट थाना क्षेत्र में दोनों अपराधियों की कोई संपत्ति नहीं है. सुखदेवनगर और पंडरा ओपी क्षेत्र में संपत्ति होने की सूचना है. दोनों थानेदार को पता करने के लिए कहा गया है.
राज कुमार मेहता (डीएसपी, सिटी) : एसआइटी की बैठक में शामिल नहीं हो सके थे, उनका जवाब सिटी एसपी को नहीं मिल पाया है.
एसआइटी में शामिल पुलिसवालों को इन बिंदुओं पर जांच की मिली थी जिम्मेवारी
- गिरोह के सदस्यों द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गयी जमीन को चिह्नित करना.
- अवैध कब्जे में संलिप्त लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करना.
- जमीन पर अवैध कब्जा कहीं सफेदपोश लोगों के लिए तो नहीं किया जा रहा है. अगर ऐसा है, तो उनके बारे में पता करना.
- गिरोह द्वारा अर्जित धन कहां- कहां उपयोग में लाया जा रहा है, इसके बारे में पता करना.