रांची : चुटिया की साईं कॉलोनी निवासी छात्र शिवम सिंह, गौरव सिंह और पावर हाउस चौक निवासी शैंकी का अपहरण करनेवालों की तलाश में बिहार व पश्चिम बंगाल में छापेमारी करने के बाद पुलिस की टीम शुक्रवार को रांची लौट आयी. पुलिस ने झारखंड के गिरिडीह, बिहार के गया और पटना के अलावा अन्य स्थानों […]
रांची : चुटिया की साईं कॉलोनी निवासी छात्र शिवम सिंह, गौरव सिंह और पावर हाउस चौक निवासी शैंकी का अपहरण करनेवालों की तलाश में बिहार व पश्चिम बंगाल में छापेमारी करने के बाद पुलिस की टीम शुक्रवार को रांची लौट आयी. पुलिस ने झारखंड के गिरिडीह, बिहार के गया और पटना के अलावा अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की है, लेकिन सुराग नहीं मिला़ सूत्रों के अनुसार अपरहणकांड के पीछे चंदन सोनार गिरोह के राकेश सिंह की संलिप्तता सामने आ रही थी.
इसके आधार पर पुलिस राकेश की तलाश में छापेमारी करने गयी थी. लेकिन अपराधियों के पकड़ में नहीं आने की वजह से स्पष्ट नहीं हो पाया कि तीनों छात्रों का कहां रखा गया है.
20 करोड़ रुपये के लिए अपहरण: मालूम हाे कि 20 करोड़ रुपये की फिरौती के लिए छात्रों के अपहरण की बात सामने आयी थी. कुछ दिन पहले पुलिस को जानकारी मिली थी कि अपहरण के पीछे राकेश सिंह का हाथ हो सकता है. वही फिरौती के लिए छात्र के परिजनों को फोन भी कर रहा है. बाद में पुलिस को इस घटना में चुटिया के कुछ स्थानीय युवकों पर भी संदेह हुआ.
संभवत: इन लोगों अपहरण के लिए छात्रों की रेकी, मोबाइल से युवती और छात्रों की बात कराने तथा फिरौती के लिए रकम मांगने के लिए सिम कार्ड उपलब्ध कराने में सहयोग किया है. इसी के आधार पर पुलिस के छह संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए पकड़ा है. इनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को कुछ बिंदुओं पर जानकारी भी मिली है. इसके बावजूद पुलिस अपहरणकर्ताओं तक नहीं पहुंच पा रही है.
अपहरणकर्ताओं तक पहुंची है फिरौती की कुछ रकम: इधर, चर्चा इस बात की भी है कि छात्रों को मुक्त करने के एवज में परिजनों ने कुछ रकम अपहरणकर्ताओं तक पहुंचा दी है. इसके बाद फिरौती की रकम को लेकर अपराधियों और छात्रों के परिजन के बीच तोल- मोल भी हुआ है. हालांकि,
फिरौती की रकम पहुंचाये जाने की पुष्टि किसी पुलिस अधिकारी ने नहीं की है. पुलिस की दूसरी टीम विभिन्न स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही है.
अपरहण के पीछे चंदन सोनार गिरोह के राकेश सिंह की संलिप्तता की बात आ रही थी सामने