17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

वेटनरी कॉलेज में छात्रा का हाथ पकड़ने को लेकर हुआ हंगामा

रांची/कांके: वेटनरी कॉलेज में सोमवार को आंदोलन समाप्त कराने गये कुलपति व उनके सुरक्षा गार्ड से छात्र भिड़ गये. कुलपति ने छात्रों को पहले विवि हित में आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया, लेकिन छात्र नहीं माने. इस पर कुलपति ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए छात्रों से कहा कि वे लोग अपने-अपने क्लास में […]

रांची/कांके: वेटनरी कॉलेज में सोमवार को आंदोलन समाप्त कराने गये कुलपति व उनके सुरक्षा गार्ड से छात्र भिड़ गये. कुलपति ने छात्रों को पहले विवि हित में आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया, लेकिन छात्र नहीं माने. इस पर कुलपति ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए छात्रों से कहा कि वे लोग अपने-अपने क्लास में जायें, नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. यह सुन कर छात्र भड़क गये. स्थिति इतनी बिगड़ गयी कि छात्र कुलपति अौर उनके सुरक्षा गार्ड से ही उलझ गये.

काफी देर तक नोक-झोंक हुई. छात्रों का कहना था कि कुलपति के सुरक्षा गार्ड ने छात्राअों के साथ दुर्व्यवहार किया है. छात्रा का हाथ पकड़ा गया. छात्र इतने उत्तेजित हो गये कि वे लोग कुलपति के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे. छात्रों ने हाथों में नारे लिखी तख्ती व बैनर लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. पैदल मार्च करते हुए कांके थाना पहुंचे अौर कुलपति अौर सुरक्षा गार्ड के विरुद्ध छात्रा का हाथ पकड़ कर खींचने व धमकी देने का सनहा दर्ज करा दिया.


इसके बाद सभी विद्यार्थी रांची पहुंचे. राजभवन में शिकायत पत्र सौंपने के बाद सभी छात्र डीसी कार्यालय पहुंचे. डीसी के नहीं रहने पर अपर समाहर्ता अंजनी कुमार मिश्र से मिले. हालांकि शाम में कुलपति के साथ सभी छात्रों की वार्ता हुई, इसमें छात्र कुल छह मांगों में एक मांग पूर्व डीन डॉ आरएल प्रसाद को वापस लेने पर अड़े रहे. कुलपति पांच मांगों पर अपनी सहमति जतायी. कुलपति ने पूर्व डीन डॉ प्रसाद को प्रशासनिक कारणों से वापस लाने में अपनी असमर्थता जतायी. फलस्वरूप वार्ता विफल हो गयी. हालांकि कुलपति ने छात्रों से शांति कायम रखने व आंदोलन समाप्त करने की अपील की. इस बीच धरनास्थल पर जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ दो दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी है. इनमें बीडीओ ज्ञानशंकर जायसवाल व प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी राजनंदन सिंह शामिल हैं.
आंदोलन के पीछे गहरी साजिश है : कुलपति
कुलपति डॉ पी कौशल ने कहा है कि विद्यार्थियों द्वारा लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद हैं. वेटनरी कॉलेज के आंदोलन के पीछे गहरी साजिश चल रही है. विवि से मुझे हटाने के लिए कुछ लोग छात्र-छात्राओं की आड़ में अपनी रोटी सेक रहे हैं. कुलपति ने कहा कि उन्होंने जब पदभार ग्रहण किया, तो यहां पर गलत ढंग से बैठकर वेतन लेनेवाले तीन अधिकारियों को सेवा मुक्त कर दिया था. साथ ही दो दिन पूर्व डीन डॉ रामलखन प्रसाद को हटाया था. इन सभी बातों को लेकर कुछ लोग मेरे घोर विरोधी हो गये हैं. कुलपति ने कहा कि वे विवि का नाम भारत वर्ष में अव्वल दर्जे में रखने का सपना लेकर कार्य कर रहे हैं. अच्छा कार्य करूंगा, तो विरोधी जन्म लेंगे ही.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें