हाल रांची एनएच, ग्राकावि, पथ व भवन प्रमंडलों का
रांची : शहर के बीचों-बीच स्थित विभिन्न कार्य प्रमंडलों के दफ्तरों में बुधवार को कामकाज का सिस्टम कुछ अलग दिखा. यहां दफ्तर दिन के 10 बजे से शुरू होता है, पर बुधवार को 11 बजे तक यहां कामकाज शुरू ही नहीं हुआ था. इस समय तक सब कुछ अस्त-व्यस्त नजर आया.
हर प्रमंडल में चार से पांच कर्मी ही दिखे, बाकी सारी कुर्सियां खाली थीं. रांची एनएच (नेशनल हाइवे) डिवीजन, ग्रामीण कार्य विभाग व भवन प्रमंडल टू के कार्यपालक अभियंता भी नहीं दिखे. केवल रांची पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता समय से दफ्तर पहुंचे थे, लेकिन यहां भी गिने-चुने ही कर्मचारी आये थे. सारा कार्यालय खाली दिखा. उक्त सारे दफ्तर दीन दयाल नगर में ही हैं.
पथ प्रमंडल रांची
यहां पर भी तीन-चार कर्मचारी ही पहुंचे थे. सारी कुर्सियां खाली थीं. 11 बजे के बाद एक-दो और कर्मचारी आये, फिर वे कार्यालय में घुसे पानी को निकालने में लग गये. अधिकतर कुर्सियां खाली थीं. हालांकि कार्यपालक अभियंता पहुंचे हुए थे. उनके चेंबर में भी पानी घुस गया था. ऐसे में सारे लोग पानी निकालने में लगे रहे. यहां काम शुरू करने के लिए कोई भी अपनी सीट पर बैठा नजर नहीं आया.
ग्रामीण कार्य विकास रांची डिवीजन
दिन के 10.50 बजे ग्रामीण कार्य विभाग के रांची प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राघवेंद्र कुमार का चेंबर बंद था. चार से पांच कर्मी ही पहुंचे थे. काम शुरू हो, ऐसा कुछ लग भी नहीं रहा था. सारी कुर्सियां खाली दिखीं. पूछने पर बताया गया कि साहब (कार्यपालक अभियंता) अधीक्षण अभियंता के भी प्रभार में हैं. ऐसे में वहां गये होंगे.
एनएच रांची डिवीजन
यहां पर कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार सिंह का चेंबर बंद था. दो से तीन कर्मी ही मौजूद थे. पूछने पर कर्मियों ने बताया कि साहब आयेंगे. हो सकता है फील्ड में चले गये होंगे. अन्य कर्मचारी भी अभी आयेंगे. यानी यहां 10.45 बजे तक अधिकतर कक्ष बंद थे. कार्यालय में सन्नाटा पसरा दिखा.
भवन प्रमंडल रांची दो
रांची भवन प्रमंडल दो में तीन कर्मचारी ही पहुंचे थे. अभी ठीक से साफ-सफाई भी नहीं हुई थी. कार्यपालक अभियंता मनी भूषण तिवारी का चेंबर बंद था. कोई भी कर्मी ठीक से बैठे तक नहीं थे. यहां पर जानकारी लेने पर बताया गया कि साहब नहीं आये हैं. कुछ देर में आ ही जायेंगे. हो सकता है किसी काम से आने में विलंब हो रहा हो.