पुलिस की छापेमारी आरोपियों की तलाश में जारी है. अकबर ने बताया कि मंगलवार को उसकी मंगनी होनी थी. इसलिए वह सुबह में कुछ सामान लाने गया था. वह जैसे ही गौसनगर के समीप पहुंचा, वहां उसे साजिद, खालिद और बौनी मिले. वे अकबर को कहने लगे कि उनकी गाड़ी में कुछ सामान है और वह उसे पहुंचा दे. जब अकबर ने तीनों से कहा कि आज मेरी मंगनी है, मैं यह काम नहीं कर सकता हूं. इस पर उसे गोली मार दी गयी. अकबर ने इससे संबंधित लिखित शिकायत भी तीनों के खिलाफ सदर थाने में दी है.
घटना की सूचना मिलने पर जब पुलिस रिम्स में अकबर का बयान लेने पहुंची, तब उसने बताया कि उसे तीन अपराधी गढ़ाटोली के पास मिले थे. तीनों ने उसके सिर में पिस्टल सटा दी. तीनों उसे अपने साथ गढ़ाटोली शांतिनगर खेत में ले गये. वहां अपराधियों ने उसकी छाती में गोली मारना चाहा, लेकिन बचने के प्रयास के दौरान उसके हाथ में गोली लग गयी. लिखित शिकायत और बयान में घटनास्थल में अंतर होने की वजह से पुलिस मामले में गहराई से जांच कर रही है. घटना के पीछे कोई दूसरी वजह तो नहीं, पुलिस इसके बारे में भी पता लगा रही है. पुलिस आरोपियों की संलिप्तता पर भी जांच कर रही है. अकबर का यह भी आरोप है कि इरशाद पुराना अपराधी है.