घटना मंगलवार की सुबह करीब छह बजे की है. घटना की सूचना मिलते ही वहां स्थानीय लोग और पीसीआर के जवान पहुंचे. पीसीआर के जवानों ने घायल मो आजाद को घटनास्थल पर ही छोड़ कर ट्रक के चालक राजविंदर को हिरासत में लिया और वहां से निकल गये. घटना के बाद स्थानीय लोग पुलिस पर मो आजाद को इलाज के लिए नहीं ले जाने और चालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रक को घेर लिया. लोगों ने ट्रक में तोड़फोड़ करने के बाद टायर से हवा निकाल दी. ट्रक को रोड के बीच में लगा कर घटना के विरोध में सड़क जाम कर दी. आक्रोशित लोग मृतक के परिजनों को मुआवजा देने, ट्रक चालक पर कार्रवाई करने, बड़े वाहन की गति पर नियंत्रण लाने और डिवाइडर बनाने की मांग कर रहे थे.
जाम के दौरान कांटाटोली की ओर से नामकुम जानेवाली गाड़ियां और नामकुम से कांटाटोली चौक की ओर आनेवाली गाड़ियां फंसी रही. बाद में गाड़ियों का रूट डायवर्ट कर जाम पर नियंत्रण पाया गया. सूचना मिलने पर सिटी डीएसपी शंभु कुमार सिंह और जिला प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. स्थानीय लोगों से वार्ता कर जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग मुआवजे की मांग पर अड़े रहे. बाद में मो आजाद के परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से तत्काल सहायता के रूप में 10 हजार रुपये दिये गये. पुलिस ने ट्रक के मालिक से भी 50 हजार दिलाने का आश्वासन दिया. इसके साथ ही जल्द से जल्द केस का अनुसंधान पूरा करने का आश्वासन दिया, ताकि मो आजाद के परिजनों को मुआवजा मिल सके. इसके बाद लोगों से सड़क जाम हटाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर चले गये.
आक्रोशित लोगों ने करीब 9.30 बजे जाम हटाया. जाम के दौरान स्कूल बस सहित दूसरे वाहन भी फंसे थे. घटना को लेकर अख्तर अली ने ट्रक चालक के खिलाफ लोअर बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में ट्रक चालक पर आरोप लगाया गया है कि वह तेज गति और लापरवाही से ट्रक चला रहा था, जिस कारण मो आजाद की जान गयी. पुलिस ने चालक राजविंदर को गिरफ्तार कर ट्रक जब्त कर लिया है.
जानकारी के अनुसार मो आजाद मूल रूप से वैशाली का रहनेवाला था. वह वर्तमान में मौलाना आजाद कॉलोनी में रहता था. मो आजाद के चाचा अख्तर अली ने बताया कि उनका भतीजा साइकिल पर ब्रेड और बिस्किट लेकर बेचने के लिए निकला था. परिजनों के अनुसार विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक के चालक ने एक ऑटो को बचाने के चक्कर में अचानक ट्रक को डिवाइडर की दूसरी ओर लेकर चला गया. इसके बाद मो आजाद को अपनी चपेट में लिया, जिस कारण उसकी मौत हो गयी. मो आजाद के साथ काम करनेवाले मुकेश ने बताया कि वह ईद में अपने घर भी नहीं जा सका था, क्योंकि उसके पास पैसे नहीं थे.