गम्हरिया: एक ओर सरकार द्वारा बेटियों को समाज में आगे लाने के उद्देश्य से बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान चला रही है. वहीं गम्हरिया प्रखंड के छोटा गम्हरिया में एक निर्दयी पिता द्वारा अपनी तीन पुत्रियों को वर्षों से अपने घर में कैद कर स्कूल जाने व घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी थी. शनिवार की शाम जब पंचायत के मुखिया निरोला सरदार को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने उपमुखिया रेणु देवी व स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिल कर तीनों लड़की को उसके पिता के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन वे असफल रहे.
बाद में मुखिया श्रीमती सरदार ने इसकी जानकारी गम्हरिया थाना को दी. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने तीनों बेटियों को पिता के चंगुल से छुड़ा लिया. साथ ही पिता पोइरा महतो को हिरासत में लेकर थाना ले गयी. पुलिस पोइरा से पूछताछ कर रही है.
इस तरह हुआ खुलासा
अपनी पुत्रियों के साथ-साथ पोइरा अपने 21 वर्षीय पुत्र विशाल को भी अपने वश में करने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा. घरेलू वजहों से अक्सर पुत्र के साथ उसका झगड़ा होता था. तीन माह पूर्व उसने अपने पुत्र विशाल को घर से निकाल दिया. इसके बाद वह इधर-उधर भटकने लगा. इस दौरान उसने कई बार अपने पिता से घर में रहने देने की फरियाद की, लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद उसने शनिवार की शाम मुखिया को इसकी पूरी जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगायी.
बच्चे मेरे नहीं : पोइरा
पुलिस व ग्रामीणों द्वारा पूछताछ के क्रम में पोइरा ने बताया कि वे सभी बच्चे उसके नहीं हैं. उसकी पत्नी का किसी और के साथ अवैध संबंध था. इसकी जानकारी मिलने पर उसने अपनी पत्नी को घर से बाहर कर दिया.
पत्नी और बड़ी बेटी को घर से निकाल दिया है पोइरा महतो
मुखिया श्रीमती सरदार ने बताया कि पोइरा महतो की चार पु़त्री व एक पुत्र है. 12 वर्ष पूर्व पोइरा ने अपनी पत्नी व बड़ी बेटी को अपने घर से बेदखल कर दिया. उसके बाद से अपनी तीनों पुत्री सरिता महतो (27), सवीता महतो (24) व संगीता महतो (22) को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. इसके कुछ वर्ष बाद उसने अपनी तीनों बेटियों का स्कूल जाना व घर से निकलने पर रोक लगा दी. यही नहीं पोइरा घर से कहीं बाहर जाने पर तीनों बेटियों को घर के अंदर ताला बंद कर जाता था. वर्तमान में उसकी पत्नी व बड़ी बेटी चामारू में रह रही है.