हाजीपुर : नीतीश कुमार की सरकार में यह पहली बार है, जब वैशाली जनपद से जुड़े मंत्रियों की संख्या चार है. पांचवी बार मुख्यमंत्री की कुरसी संभालने वाले नीतीश के 10 वर्षों के शासन काल में इस जिले से मात्र एक ही मंत्री रहे. 2005 में जब पूरे बहुमत के साथ नीतीश कुमार ने बिहार […]
हाजीपुर : नीतीश कुमार की सरकार में यह पहली बार है, जब वैशाली जनपद से जुड़े मंत्रियों की संख्या चार है. पांचवी बार मुख्यमंत्री की कुरसी संभालने वाले नीतीश के 10 वर्षों के शासन काल में इस जिले से मात्र एक ही मंत्री रहे. 2005 में जब पूरे बहुमत के साथ नीतीश कुमार ने बिहार की बागडोर संभाली थी,
तब से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के कैबिनेट काल तक जिले के एकमात्र नेता वृशिण पटेल ही रहे, जो लगातार मंत्रिमंडल में शामिल रहे. राज्य सरकार में वैशाली का प्रतिनिधित्व करने वाले श्री पटेल इस बार के चुनाव में जिले में सर्वाधिक मतों से हारने वाले प्रत्याशी साबित हुए.
लालू राज में भी मिली थी वैशाली को तरजीह : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहले लालू प्रसाद के शासन काल में भी वैशाली जिले के चार विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिली थी. लालू के मुख्यमंत्रित्व काल में जिले के राघोपुर के उदय नारायण राय उर्फ भोला राय, जंदाहा के तुलसी दास मेहता, महनार के मुंशीलाल राय और हाजीपुर के राजेंद्र राय सरकार में मंत्री बनाये गये थे.
वैशाली जिले के लोगों को पहली बार मंत्री पद संभालने वाले युवा मंत्रियों से काफी उम्मीदें हैं. महुआ विधायक तेज प्रताप यादव को स्वास्थ्य मंत्री बनाये जाने पर हर्ष प्रकट करते हुए लोगों ने आशा जतायी कि जिले में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति में सुधार आयेगा. बाढ़, सुखाड़ और सिंचाई की समस्या से जूझते किसानों ने भी उम्मीद जतायी है कि उनके प्रतिनिधि इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस पहल करेंगे.