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मातम में बदल गयीं पदोन्नति की खुशियां
अभी सिपाही से बने थे जमादार खुशहाल परिवार में छाया मातम सपना के अरमान आंसुओं में बह गये तीनों बच्चे देखते रह गये पापा की राह पिता व भाइयों ने भी खोया धैर्य, घर में मचा कोहराम हाजीपुर : अपनी ड्यूटी को बेहतर ढंग से करने के कारण ही जय दीप को पुलिस विभाग ने […]
अभी सिपाही से बने थे जमादार
खुशहाल परिवार में छाया मातम
सपना के अरमान आंसुओं में बह गये
तीनों बच्चे देखते रह गये पापा की राह
पिता व भाइयों ने भी खोया धैर्य, घर में मचा कोहराम
हाजीपुर : अपनी ड्यूटी को बेहतर ढंग से करने के कारण ही जय दीप को पुलिस विभाग ने प्रोमोशन कर जमादार बना दिया था, लेकिन इस खुशी को वह ज्यादा दिन तक नहीं देख पाया. कुदरत ने ऐसा क्रू र मजाक किया कि क्षण भर में ही जय दीप की जिंदगी को काल ने लील लिया.
उसके परिवार में अचानक तबाही एवं कोहराम मच गया. घर के हर सदस्य के पांव तले जमीन खिसक रही थी.देखने वालों की आंखें भर आयीं. छोटे-छोटे बच्चों की चीख से सभी मर्माहत हो रहे थे. नखास चौक पर स्थित जवान के आवास पर पूरा दिन लोगों का जमघट लगा रहा है.सभी सांत्वना देने में लगे रहे.
टूट गये सपना के तमाम सपने
जयदीप की पत्नी सपना ने पति का प्रोमोशन होने के लिए भगवान से मन्नत मांगी थी. भगवान ने उसकी मन्नत पूरी तो कर दी, लेकिन उसका सुहाग ही उजड़ गया, जिससे उसकी सारी खुशियां मिट्टी में मिल गयीं. पति की अरथी देख कर खुद जमीन में धंसी जा रही सपना की आंखों से निकल रहे आंसू ही हर किसी के सवाल का जवाब दे रहे थे.
साथ में मृतक के दो वर्ष के पुत्र यश राज, 12 साल की पुत्री मुस्कान एवं 10 वर्ष की बेटी पल्लवी के मासूम चेहरों पर मायूसी एवं आंसू सभी के दिल को झकझोर रहे थे. इन बच्चों को अपने पापा का इंतजार अब भी है. उन्हें पता है कि पापा तो पटना गये है.लेकिन कुदरत ने ऐसी लीला रच दी कि सभी के सिर से पिता का साया उठ गया. पत्नी का सुहाग छिन गया. माता-पिता की गोद सुनी हो गयी.
शादी के दो साल पहले हुई थी नौकरी
मूल रूप से महनार के वासदेवपुर चंदेल गांव के नागा सहनी के पुत्र जय दीप की शादी वर्ष 2002 में समस्तीपुर के ओखना कल्याण गांव की सपना से हुई थी. शादी के दो वर्ष पहले ही जय दीप ने बिहार पुलिस में नौकरी पायी थी.
उसके बाद से वह दरभंगा,पटना, वैशाली सहित अन्य जिलों में अपना योगदान देता रहा. मृतक के दो भाई ललित एवं संदीप भी सरकारी नौकरी में है. ललित बैंक मैनेजर है तथा संदीप शिक्षक है. मृतक की भाभी प्रेम लता भारती ने बताया कि एक महीना पहले ही जय दीप को पदोन्नति हुई थी. उसी का प्रशिक्षण लेने वह पटना जा रहे थे.
पुलिस लाइन में दी गयी सलामी
पोस्टमार्टम के बाद वैशाली एसपी एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी ने मृतक को सलामी देकर अंतिम विदाई दी.एसपी चंद्रिका प्रसाद के अलावा कई थानों के थानाध्यक्ष एवं यातायात प्रभारी अवनीश कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी उपस्थित थे.साथ में महनार की जिला पार्षद पूनम कुमारी एवं विनोद सिंह ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये.
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