साकिब, पटना . पटना में कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों की गलतफहमियां बढ़ती जा रही हैं. हालात यह है कि जिले के करीब 80 हजार लोग जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज लिया था, अब सेकेंड डोज का डेट आने के बाद भी वैक्सीन लेने के लिए सेंटरों पर नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों को प्रशासन द्वारा मैसेज और काॅल भी करवाया जा रहा है कि आकर सेकेंड डोज ले लें.
इनमें ज्यादातर कोवैक्सीन लेने वाले हैं. इन्हें अगले 15 दिनों के अंदर वैक्सीन लग जानी है, समय पर वैक्सीन नहीं लगने से इन्हें वैक्सीनेशन का फायदा नहीं होगा. यह स्थिति तब है जब जिले के पास सेकेंड डोज का पर्याप्त भंडार है. जिले के सभी पीएचसी में वैक्सीनेशन के लिए चार-चार टीमें कार्यरत हैं.
जिले के ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर गलतफहमियां ज्यादा फैली हैं. यहां जागरूकता की कमी के कारण एक बड़ी आबादी वैक्सीन पर ही सवाल उठा रही है. वे स्वास्थ्यकर्मियों से सवाल कर रहे हैं कि वैक्सीन लेने के बाद भी कोविड हो रहा है और लोग मर रहे हैं, तो क्यों लें हम वैक्सीन.
वैक्सीनेशन कार्य से जुड़े अधिकारी बता रहे हैं कि कई इलाकों में स्वास्थ्यकर्मियों से झगड़ा करने की भी सूचना आयी है. काफी संख्या में ग्रामीण समझाने पर भी वैक्सीन लेने को राजी नहीं हैं.
पटना के जिला इम्युनाइजेशन आॅफिसर डाॅ एसपी विनायक कहते हैं कि करीब 80 हजार लोग सेकेंड डोज का डेेट आने के बाद भी वैक्सीन लेने अब तक नहीं आये हैं. इन्हें सेंटर तक लाने के लिए हम लगातार मैसेज और काॅल कर रहे हैं.
लोगों में वैक्सीन को लेकर गलतफहमियां अब भी हैं. ऐसे में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है, तो ग्रामीण इलाके ज्यादा प्रभावित होंगे. वे कहते हैं कि सोशल मीडिया द्वारा फैलायी गयी अफवाहों से लोग प्रभावित दिख रहे हैं.
सिविल सर्जन डाॅ विभा कुमारी कहती हैं कि जिले में वैक्सीन को लेकर लोगों की गलतफहमियां इन दिनों काफी सामने आ रही है. लोगों को समझना होगा कि वैक्सीन ही कारगर उपाय है. वैक्सीन लेने के बाद अगर कोविड होता भी है, तो काफी हल्के लक्षण होते हैं.
Posted by Ashish Jha