सुपौल : सदर प्रखंड के जगतपुर स्थित गंगेश्वरनाथ मंदिर में चल रहे श्रीमद् भागवत पुराण कथा का समापन मंगलवार की शाम हुआ. मौके पर बनारस के विद्वान रामानुचार्य श्री मारूती किंकर जी महाराज ने कहा कि भगवान की भक्ति के बिना मनुष्य अधूरा है. क्योंकि वर्तमान समय में कई तरह के परेशानी को चुनौती देने में भगवान का स्मरण करना जरूरी है. कहा कि आज के युग में नाम ही भगवान का अवतार है. भगवान ने गीता में कहा है कि मैं सज्जनों का रक्षण और दुर्जनों का विनाश करने के लिये ही
अवतरित हुआ हूं. इससे स्पष्ट है कि सज्जन और दुर्जन दोनों का अस्तित्व है. दुर्जनों द्वारा सज्जनों को पीड़ा देने में ही अवतार की उत्पत्ति है. इस अवसर पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष दुर्गानंद झा, सचिव गोविंद झा, संरक्षक यागेश्वर झा, पंडित चिरंजीवि झा, आचार्य धर्मेंद्र नाथ मिश्र, सूर्य नारायण, चंद्रशेखर, श्याम कांत, राजीव लोचन वर्मा, पंडित शिबू झा, साहेब झा, अनिल वर्मा, उपेंद्र साह, संजय, ललन चौधरी, शत्रुघ्न कामत, प्रकाश झा, उदय वर्मा, शंकर महतो आदि मौजूद थे.