करजाइन : जीवन में बुद्धि का बहुत बड़ा महत्व है. हर इंसान के पास कुछ न कुछ तो बुद्धि अवश्य होता है. लेकिन वे उस बुद्धि का उपयोग कैसे करते है. यह तथ्य उनके विवेक पर निर्भर करता है. उक्त बातें तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें अधिशास्ता अध्यात्म योगी व युवा मनीषी आचार्य श्री महाश्रमणजी ने अपने अहिंसा पद यात्रा के दौरान मंगलवार को राघोपुर प्रखंड के सिमराही बाजार स्थित बसंत माधोगरिया के आवास परिसर में अपने प्रवचन के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यों के लिये अगर बुद्धि का उपयोग होता है तो उसका फल भी अच्छा ही मिलता है.
अपने प्रवचन के दौरान उन्होंने अहिंसा यात्रा का संदेश देते हुए लोगों को नैतिकता, नशामुक्ति व सदभाव पूर्ण जीवन जीने का संकल्प भी दिलाया. उन्होंने लोगों से अच्छे कर्म करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कर्म से ही मनुष्य की पहचान होती है.