सुपौल : व्यवसायी मो अख्तर की हत्या के विरोध में सोमवार को एनएच 327 जाम कर रहे आक्रोशित ग्रामीणों ने हत्या आरोपी को सजा दिलाने की मांग कर रहे थे. इस दौरान मृतक मो अख्तर का बड़ा पुत्र मो इकरामुल ने बताया कि रविवार की संध्या करीब पांच बजे उनके पिताजी के मोबाइल पर किसी […]
सुपौल : व्यवसायी मो अख्तर की हत्या के विरोध में सोमवार को एनएच 327 जाम कर रहे आक्रोशित ग्रामीणों ने हत्या आरोपी को सजा दिलाने की मांग कर रहे थे. इस दौरान मृतक मो अख्तर का बड़ा पुत्र मो इकरामुल ने बताया कि रविवार की संध्या करीब पांच बजे उनके पिताजी के मोबाइल पर किसी अज्ञात का फोन आया. वह फोन पर बात करते बाहर निकल गये. बताया कि मेला ग्राउंड परिसर स्थित मांस-मुर्गा की दुकान से बिना कुछ बताए उनके छोटे भाई को दुकान पर छोड़कर चले गये. पुन: देर संध्या उनके भाई के मोबाइल पर उनका फोन आया कि उनकी बाइक दुकान पर ही है और चाबी उनके पास है.
बाइक को लेकर घर चले जाना. फिर रात्रि करीब 11:45 बजे स्थानीय थाने से जानकारी मिली कि मो अख्तर अररिया में जख्मी हालत में है. जानकारी मिलने के बाद जब वे पिता के पास पहुंच कर अररिया सदर अस्पताल से मेडिकल कॉलेज कटिहार इलाज हेतु जा रहा था. इसी क्रम में उनकी मौत रास्ते में ही हो गयी. मृतक के पुत्र मो इकरामुल ने बताया कि अररिया सदर थाना अंतर्गत गौरीचौक के समीप नहर के पास से जख्मी हालत में पुलिस उनके पिता को उठा कर ले गयी एवं सदर अस्पताल अररिया में प्राथमिक उपचार करवाने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज कटिहार ले जाया जा रहा था. बताया कि उनके पिता के पेट पर तीन जगह चाकू मारने का निशान पाया गया है.
इधर जाम की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा सदलबल जाम स्थल पहुंच कर आक्रोशितों से वार्ता किया. साथ ही उचित कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया. थानाध्यक्ष के आश्वासन के बाद आक्रोशित शांत हुए और जाम को समाप्त किया. घटना से आक्रोशित लोगों ने अविलंब हत्यारे की गिरफ्तारी एवं आश्रितों को उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की है.
मो अख्तर की मौत पर पसरा मातमी सन्नाटा . त्रिवेणीगंज. लतौना उत्तर पंचायत के वार्ड नंबर 13 स्थित मृतक अख्तर के घर में कोहराम मचा है. घटना की सूचना पाकर परिजनों के शुभचिंतक समेत ग्रामीणों का तांता लगा है. मो अख्तर के मृत्यु की खबर से मुहल्ले में मातमी सन्नाटा पसरा है. मृतक के पत्नी रहिसा खातून को घटना की सूचना मिलने पर रो-रोकर बुरा हाल है.
वहीं विवाहिता पुत्री शबाना अपने चाचा के गला पकड़ कर रोते हुए अपने अब्बा को खोज रही हैं. वहीं बड़ा पुत्र इकरामुल एवं छोटा पुत्र एहसान का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक के 80 वर्षीय पिता मो शकुर के आंखों से बहता आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं परिजन समेत ग्रामीण व शुभचिंतक शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हैं. मृतक अख्तर मेला ग्राउंड परिसर में मुर्गा मांस का दुकान चलाता था.