सुपौल : भारत सरकार के एमएचआरडी मिशन के तहत कक्षा छह से 12वीं वर्ग के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों का रचनात्मक, गुणात्मक व वैज्ञानिक सोच का विकास हो सके. इसे लेकर अटल थिंकरिंग प्रयोगशाला की स्थापना की गयी है. उक्त प्रयोगशाला की स्थापना कराये जाने पर संबंधित विद्यालय प्रबंधन को 20 लाख रुपये उपलब्ध कराया […]
सुपौल : भारत सरकार के एमएचआरडी मिशन के तहत कक्षा छह से 12वीं वर्ग के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों का रचनात्मक, गुणात्मक व वैज्ञानिक सोच का विकास हो सके. इसे लेकर अटल थिंकरिंग प्रयोगशाला की स्थापना की गयी है. उक्त प्रयोगशाला की स्थापना कराये जाने पर संबंधित विद्यालय प्रबंधन को 20 लाख रुपये उपलब्ध कराया जायेगा.
ज्ञात हो कि इस राशि में से दस लाख रुपये का भुगतान विद्यालय प्रबंधन को स्थापना काल में ही किया जायेगा. साथ ही शेष दस लाख का भुगतान प्रयोगशाला के संचालन के लिए अगले पांच वर्ष के दौरान उपलब्ध करायी जायेगी.
पांच सौ प्रयोगशाला की होगी स्थापना
एमएचआरडी मिशन द्वारा पूरे देश के पांच सौ विद्यालयों में स्थापित कराये जाने का निर्णय लिया गया है. ज्ञात हो कि अन्य कई प्रदेशों में कक्षा छह के कई विषयों की प्रायोगिक परीक्षा ली जाती है. लेकिन सूबे में कक्षा नौ के छात्रों के लिए प्रैक्टिकल की परीक्षा आयोजित की जाती रही है.
जिस कारण सूबे में संचालित कक्षा नौ से बारहवीं के विद्यालयों को ही यह सुविधा उपलब्ध हो पायेगा. इस प्रयोगशाला से छात्रों को औजार व उपकरणों के उपयोग की समझ के साथ विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी व गणित विषयों की समझ के साथ उनके रचनात्मक दृष्टिकोण का विकास होगा.
पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलेगी प्रयोगशाला :
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के डीपीओ अमर भूषण ने बताया कि नीति आयोग द्वारा संबंधित विद्यालय प्रबंधनों से उक्त योजना अंतर्गत लाभांवित होने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाना है.
बताया कि अटल थिंकरिंग प्रयोगशाला के लाभ पाने को लेकर भारत सरकार के पत्रांक डीडी नंबर 11-15/2016 -एससीएच 5 के माध्यम से स्थानीय विभाग को जानकारी उपलब्ध करायी गयी है. श्री भूषण ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि आगामी 17 जून तक निर्धारित है.