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मधेशी आंदोलन की वजह से नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थ के लिए मचा हाहाकार

वीरपुर : अनुमंडल स्थित सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलियम पदार्थों की भारी किल्लत देखी जा रही है. इस कारण स्थानीय लोगों को वाहन परिचालन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि नेपाल में कई महीनों से जारी मधेशी आंदोलन के कारण भारतीय प्रभाग से नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति ठप पड़ी […]

वीरपुर : अनुमंडल स्थित सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलियम पदार्थों की भारी किल्लत देखी जा रही है. इस कारण स्थानीय लोगों को वाहन परिचालन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि नेपाल में कई महीनों से जारी मधेशी आंदोलन के कारण भारतीय प्रभाग से नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति ठप पड़ी है.

इसके कारण नेपाल में पेट्रोल व डीजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है. सैकड़ों वाहन तेल की कमी की वजह से खड़े कर दिये गये है. वहीं सीमावर्ती क्षेत्र के नेपाली नागरिक भारतीय प्रभाग में संचालित पेट्रोल पंपों पर तेल लेने के लिए अपने वाहनों के साथ भारी संख्या में पहुंच रहे हैं.

इसकी वजह से भारतीय पंपों पर ग्राहकों की भारी भीड़ देखी जा रही है. आलम यह है कि नेपाली वाहनों की भीड़ के कारण स्थानीय नागरिकों को भी पेट्रोल व डीजल प्राप्त करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

लंबी कतार में खड़े लोगाें को वाहन में तेल भराने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है. खास कर नौकरी पेशा लोगों को तेल प्राप्त करने में विलंब होने के कारण ससमय दफ्तर पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

नेपाल में जारी तेल की किल्लत का फायदा छोटे मोटे तस्करी भी उठाने से नहीं चूक रहे हैं. ऐसे लोग न सिर्फ अपने वाहनों के माध्यम से तेल नेपाल ले जाते हैं, बल्कि ये लोग पेट्रोल टंकी के अलावा बोतल व गैलन में भी पेट्रोलियम पदार्थ नेपाल ले जाकर इसे मुंहमांगी रकम पर बेच कर मालामाल हो रहे हैं.

समस्या के बाबत स्थानीय वाहन चालकों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत दर्ज कर कई बार इसके निदान की मांग की है. बावजूद इसके प्रशासन द्वारा इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयी है. इसका खामियाजा भारतीय प्रभाग के वाहन चालकों को उठानी पड़ रही है. इस संबंध में एसएसबी 45 वीं बटालियन के कमांडेंट आर भलोठिया ने कहा कि भारत-नेपाल की खुली सीमा होने की वजह से पेट्रोलियम की तस्करी पर पूरी तरह रोक लगाना संभव नहीं हो पा रहा है.

इसके लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा पेट्रोल पंपों पर वाहनों के अलावा गैलन व बोतलों में तेल लेने पर रोक लगाने की आवश्यकता है. वहीं प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी इफ्तेखार अहमद ने बताया कि समस्या के बाबत थाने को निर्देश दिया गया है.

स्थिति में जल्द सुधार होगा. समस्या के बाबत स्थानीय नागरिकों व वाहन चालकों ने नेपाल की समस्या की वजह से भारतीय पंपों पर बढ़ रही भीड़ व पेट्रोलियम पदार्थों की किल्लत पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है.शिक्षिका अंजू देवी ने कहा कि भीड़ की वजह से उन्हें वाहन में तेल भराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे स्कूल पहुंचने में भी अक्सर विलंब हो रहा है.

वार्ड नंबर चार निवासी महेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि चुनाव के समय बाइक व अन्य वाहनों के कागजात की चेकिंग चल रही थी. चुनाव समाप्त होते ही बिना कागजात के वाहनों की भीड़ बढ़ गयी है. अधिकांश ऐसे ही वाहनों से पेट्रोलियम की तस्करी की जाती है. पुलिस को सक्रियता बढ़ानी होगी, ताकि लोगों को सहूलियत प्रदान की जा सके. वार्ड नंबर 13 के प्रताप कुमार सिंह ने भी अवैध वाहनों के धर-पकड़ के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता जतायी है. कहा कि उक्त कार्रवाई से पंपों पर भीड़ घटेगी.

वार्ड नंबर एक निवासी सुनील कुमार सिंह ने भी समस्या के शीघ्र निदान हेतु प्रशासनिक पहल की जरूरत बतायी. कहा कि वाहनों के अलावा गैलन व बोतलों में पेट्रोल व डीजल देना बंद करना चाहिए.

इससे समस्या पर कुछ हद तक रोक लगेगी.वार्ड नंबर 11 की तब्बसुम परवीन ने कहा कि खेती व पटवन के नाम पर पंपों से डीजल प्राप्त कर बड़े पैमाने पर इसकी तस्करी की जा रही है. प्रशासन को किसानों के लिए विशेष परची जारी करना चाहिए. ताकि ऐसे तस्करों की करतूतों पर रोक लगायी जा सके.

पंप पर मौजूद नेपाली नागरिक दिवस सोनी ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से तेल की किल्लत नेपाल में हुई है. मजबूरन उन्हें भारतीय प्रभाग में तेल भराना पड़ता है.

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